हरियाणा सरकार से लाखों लोगों को मिली राहत, गुरुग्राम व सोनीपत में अवैध कॉलोनियों होंगी नियमित
हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सत्ताधारी पार्टी भाजपा सरकार के ऐलान के बाद गुड़ग्राम सोनीपत फरीदाबाद पलवल समेत एनसीआर के शहरों की अवैध कालोनियों को नियमित किया जाएगा। इस से गुरुग्राम की लगभग 150 अवैध कॉलोनियों के नियमितीकरण का भी रास्ता खुल गया है भाजपा सरकार के इस आदेश के बाद इन कॉलोनियों में रह रहे लोगों को बिजली सड़क और पानी समेत अन्य सभी बुनियादी सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी
अवैध कॉलोनियों को रजिस्टर्ड किया जाएगा इससे सरकार और जनता दोनों को ही फायदा मिलेगा जहां हरियाणा सरकार को राजस्व मिलेगा तो वहीं लोगों को अपना खुद का आशियाना भी मिल पाएगा।
आपको बता दें कि इसके बाद सोनीपत गुरुग्राम फरीदाबाद समेत दिल्ली से सटे हुए अन्य शहरों में प्रॉपर्टी के दामों में इजाफा होने की भी उम्मीद है।
माना जा रहा है कि हरियाणा में शहरी स्थानीय निकाय विभाग यूएलबी ने फरीदाबाद गुरुग्राम और सोनीपत समेत कई जिलों की अवैध कॉलोनियों को नियमितीकरण पर इसी में संशोधन किया है जिससे गुरुग्राम की लगभग 150 से ज्यादा अवैध कॉलोनी यहां पूरी तरह से नियमित हो जाएंगे बात करें से मिलने वाले फायदों की तो अब लोगों को अपना बिजली कनेक्शन मिल पाएगा मकानों का मालिकाना हक के साथ साथ सभी मूलभूत सुविधाएं भी मिल पाएंगे और अवैध कॉलोनियों के ढहने का डर मन से खत्म हो जाएगा।
ध्यान देने वाली बात यह है कि इस संशोधन पॉलिसी में 14 फरवरी 2022 से पहले से विकसित अवैध कॉलोनियों को ही शामिल किया गया इसका मतलब है कि इसके बाद जो कॉलोनियां विकसित होंगे उस पर संशोधित पॉलिसी लागू नहीं होनी दरअसल अंडर सेक्शन 38 2016 के तहत इस पॉलिसी को संशोधित किया गया है इस पॉलिसी में सभी तरीके की कॉलोनियां को शामिल किया जाना है।
निमित्त की जाने वाली कॉलोनियों के मापदंड कुछ इस प्रकार से है…
1.इन कालोनियों की सड़कों का चौड़ीकरण होगा
2.पाक सुविधाओं के लिए अलग से जगह होगी
3.कॉलोनी में बने भूखंडों को सही तरीके से सीमांकन किया जाएगा और रजिस्ट्री भी होगी
4.जलघर और समुदाय भवन की पूरी व्यवस्था होनी है।
5.व्यवसायिक गतिविधि के लिए 2% तक आरक्षित जगह दी जाएगी।
6.इन कॉलोनियों में गली 6 मीटर से कम नहीं होगी और ट्यूबवेल के लिए 24 मीटर की जगह भी होगी।
75% से 100% विकसित कॉलोनियों में सड़क के चौड़ीकरण करने के साथ पार्क सामुदायिक भवन एवं जलघर की समुचित व्यवस्था की जानी है।