Rishikesh AIIMS News
Rishikesh AIIMS: उत्तराखंड के उत्तरकाशी क्षेत्र में सिलक्यारा सुरंग में 41 कर्मचारियों के फंसे होने के बाद, उन्हें बाहर निकालने के लिए हर संभव उपाय किया जा रहा है। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रेस्क्यू प्रक्रिया पर निगरानी रखते हैं। इससे सुरंग से बाहर निकलने वाले कर्मचारियों को एम्स में बेहतर चिकित्सा मिलने की संभावना बढ़ी है।
उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में पिछले बारह दिनों से फंसे कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए हर जगह भगवान से प्रार्थना की जा रही है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रत्यक्ष रूप से कर्मचारियों की समस्याओं से अवगत हैं। साथ ही, एम्स ऋषिकेश को अलर्ट मोड़ पर रखा गया है ताकि कर्मचारियों को बेहतर उपचार मिल सके।
जानकारी के अनुसार, कर्मचारियों को सुरंग से सुरक्षित निकालने के बाद एम्स प्रबंधन को अलर्ट मोड पर रखा गया है। AIMS Management ने ट्रॉमा सेंटर सहित 41 बेड का वार्ड अलग से बनाया है। उसमें ट्रॉमा सर्जन और कार्डियक और मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल हैं।
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अस्पताल में पूरी तैयारी
सब लोग उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 कर्मचारियों के बाहर निकलने का इंतजार कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने प्राथमिक चिकित्सा के लिए पूरी व्यवस्था की है। ऋषिकेश एम्स भी अलर्ट मोड में है। ऋषिकेश एम्स में टनल से निकले श्रमिको को आवश्यकतानुसार एयरलिफ्ट करके हेली एंबुलेंस से लाया जा सकता है। एम्स ऋषिकेश में कार्डिक और ट्रॉमा स्पेशलिस्ट मनोचिकित्सकों की एक टीम इसके लिए अलर्ट मोड पर है। 20 ट्रॉमा सेंटर और 41 वार्ड में 20 बेड सुरक्षित हैं।
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