186 क‍िलो का गोल्‍ड क्‍यूब पार्क में देख,लोगों की आंखे फटी की फटी रह गयी

अमेरिका  एक पार्क में ₹87 करोड़ का सोने का क्यूब पार्क में घूम रहे लोगों को अचानक से दिखाई दिया जिससे वहां मौजूद लोग उसेको देखकर दंग रह गए। इस क्यूब को एक जर्मन कलाकार निकलेस कास्‍टेलो ने बनाया है।

आइए हम आपको बताएं क्या है पूरी कहानी

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के सेंट्रल पार्क में लोग घूमने के लिए पहुंचे जब लोग वहां पहुंचे तो उन्होंने वहां पर एक विशाल सोने का क्यूब देखा जिसे देखकर वहां की जनता हैरान रह गई इसका वजन 186 किलो बताया जा रहा है और सोने की क्वालिटी 24 कैरट बताई जा रही है।  इस क्यूब की कीमत अगर भारतीय रुपए में आंकी जाए तो करीब ₹87करोड़ होगी इसे सेंट्रल पार्क के बीचो बीच में रखा गया था बताया जा रहा है इस क्यूब  का डिजाइन जर्मन कलाकार नेकलेस कास्टिलो ने किया है ।
आपको बता दें इतना महंगा होने के बाद भी यह क्यूब बेचने के लिए नहीं बना है इतना महंगा होने की वजह से इस क्यूब की सुरक्षा के लिए प्रॉपर एक टीम है नेकलेस कास्टिलो ने बताया कि यह क्यूब अपने सभी पहलुओं में से एक कल्पना आधारित काम है उन्होंने आगे बताया कि इस क्यूब को बनाने के पीछे का मकसद यह था कि कुछ ऐसा बनाया जाए जो हमारी दुनिया के बाहर हो आपको बता दे इस क्यूब के साथ एक क्रिप्टोकरेंसी को भी जारी किया गया है ।

क्रिप्टोकरेंसी को कास्‍टेलो कॉइन नाम दे दिया गया और इसकी ऑनलाइन विक्री भी की जा सकती है 21 फरवरी को इसकी पहली नीलामी भी होनी है इस कास्‍टेलो कॉइन को इस तरह से देखा जा रहा है जैसे यह क्रिप्टो करेंसी पर आधारित 21वीं सदी के सांस्कृतिक इकोसिस्टम और प्राचीन दुनिया के सोने के राज के बारे में कोई आधिकारिक सूचना रखता हूं आपको बता दें इस ग्रुप को बनाने के लिए एक विशेष भट्टी र्बनाई गई थी इतने विशाल पैमाने पर सोने को संभाला जा सके।
इतनी ज्यादा सोने को पिघालने के लिए बहुत ज्यादा तापमान की जरूरत पड़ती है पारा करीब 11100 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।  पूरा बॉक्स चारों ओर से डेढ़ फुट का है इसको बाद में वॉल स्ट्रीट ले जाया जाएगा जिससे उसे प्राइवेट डिनर में पेश किया जा सके ऐसा माना जा रहा है कि डिनर में कई नामचीन लोग भी हिस्सा ले सकते हैं कास्‍टेलो का जन्म साल 1978 में पूर्वी जर्मनी में हुआ था और यह वर्तमान समय में न्यूयॉर्क और स्विट्जरलैंड में रहते है।

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