राजस्थान की इस दुर्बल बिच्छू मंडी में मिलता है खास तेल, 50 से अधिक बीमारियों के इलाज का दावा

राजस्थान में अजमेर की ये मंडी शायद देश की इकलौती ऐसी मंडी होगी जहां पर फल एवं सब्जियों की तरह ही बिच्छू टोकरी में रखे हुए मिल जाएंगे। इस मंडी का असली कारोबार बिच्छू के तेल का है, वैसे तो बिच्छू सिर्फ ग्राहकों को विश्वास दिलाने के लिए रखे जाते हैं कि वो जो तेल बेच रहे हैं वह असली है और इस तेल से सेक्स पावर की ही तरह अन्य 50 से ज्यादा बीमारियों का इलाज करने का दावा भी किया जाता है…
अजमेर की इस मंडी में खुलेआम बिच्छू के तेल का कारोबार हो रहा है लेकिन किसी से मंडी के बारे में पूछो तो लोग बात करने से ही इनकार कर देते हैं एक ने बताया कि अगर बिच्छू का तेल चाहिए तो तारागढ़ की और बिच्छू बाबा के पास चले जाओ, जितना तेल चाहिए सब मिल जाएगा। तारागढ़ जाने के लिए रास्ता बेहद रख रहा है थोड़ा आगे पहुंचने पर बाजार सजा हुआ है मंडी में दुकानों पर कस्तूरी मृग और बिच्छू के तेल की बोतल ले रखी हुई है जिन्हें वहां के दुकानदार असली होने का दावा करते हैं।
दुकानों पर बिच्छू के साथ बिच्छू बाबा की कई फोटोज मिल जाएंगे, काफी सारी बोतले हैं जिनमें दवा होने का दावा किया जाता है आपको घुटने में दर्द हो या शारीरिक कमजोरी या कोई सेक्स समस्या आपकी परेशानी सुनते ही बाबा छोटी-छोटी शीशी निकालते हैं और हाथ में थमा देते हैं उनसे उनका असली नाम पूछे तो कहते हैं गूगल में डालो बिछू बाबा सारी डिटेल मिल जाएगी।
दुर्लभ बिच्छू की इस मंडी में तेल की 1 शीशी की कीमत ₹200 बताई, कीमत कितनी कम होने पर जब बाबा से इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं दवाओं की अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान से अगर प्रचार करवाऊ तो मेरा भी हर साल 2000 करोड़ रुपए का धंधा हो जाएगा, मेरे पास कोई investment करें मैं पूरे देश में दवाई भेज दो तब यही ₹200 का माल 1200 में बिकेगा, रामदेव की जड़ी बूटी क्या है ? इसकी पहचान क्या है ? वह कहां से लाता है ? फिलहाल हम 45 साल से दवा बना रहे हैं।
बिच्छू बाबा के दुकान के अंदर एक बड़े भगौने में काफी संख्या में बिच्छू पड़े थे। उसने बताया कि यह दुर्लभ और जहरीले बिच्छू है, आपको ऐसे बिच्छू कहीं नहीं मिलेंगे, इनमें काले बिच्छू सबसे जहरीले होते हैं।
आपको बता दें कि बिच्छू बाबा उर्फ सलीम या कहें असलम की दुकान पर कुछ समय पहले वन विभाग की टीम द्वारा कार्रवाई की गई थी तब इसके दुकान में 48 बर्तनों में लगभग 10000 मरे हुए बिच्छू और 60 लीटर तेल मिला था।
बंगाल से लाए गए इन बिच्छू में सबसे खतरनाक डेथ्स्टॉकर बिच्छू माना जाता है जिसकी जहर की सिर्फ एक बूंद से ही कुछ सेकंड में एक इंसान की जान चली जाती है इस शहर से कई बीमारियों का इलाज करने के लिए दबाव बनाए जाते हैं, डेटस्टॉकर के 3.7 लीटर तैल की कीमत लगभग 2.81 अरब रुपए तक है और इसके एक बूंद है की कीमत 137 डॉलर है।
बिच्छू से तेल निकालने के लिए बिच्छू को बिजली के झटके दिए जाते हैं और इसके साथ ही जहर निकालने वाले इंसान की मौत का खतरा भी बना रहता है। बताया जाता है कि बिच्छू के जहर में 50,0000 ऐसे केमिकल कंपाउंड है जिन पर अभी तक शोध भी नहीं हो पाए इसलिए इसे ‘कॉकटेल ऑफ बायो एक्टिव कंपाउंड’ कहा जाता है जहर निकालने की इस प्रक्रिया को ‘मिलकिंग’ कहते हैं और एक बिच्छू से आमतौर पर लगभग 0.5 मिलीग्राम से भी कम जहर मिल पाता है बिच्छू के जहर में मौजूद खास प्रोटीन अर्थराइटिस, मल्टीपल स्क्लेरोसिस और कैंसर के इलाज में भी कारगर साबित होता है

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