गूगल Chrome ब्राउजर में Gemini Nano आया, AI आपकी ऑनलाइन सुरक्षा करेगा

यूजर्स को गूगल क्रोम ब्राउजर में Gemini Nano AI की सुरक्षा मिलेगी। इसलिए डेस्कटॉप के बाद एंड्रॉयड उपकरणों पर भी इसका लाभ होगा।
Gemini Nano: यूजर्स साइबर सुरक्षा से सीधे लाभ उठाने के लिए गूगल का प्रसिद्ध जेमिनी AI टूल अब क्रोम ब्राउजर में शामिल होगा। यह गूगल क्रोम में AI-पावर्ड सुरक्षा देने के लिए Gemini Nano को इंटीग्रेशन कर रहा है। यह एक ऑन-डिवाइस लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) है, जो ऑनलाइन पाठ्यक्रमों पर लागू होगा।
गुरुवार को कंपनी ने नए अपडेट की घोषणा की, बताते हुए कि पहले डेस्कटॉप प्लेटफॉर्म्स पर इस तकनीक का लाभ मिलेगा, फिर गूगल क्रोम के साथ एंड्रॉयड डिवाइसेज में इसका उपयोग किया जाएगा। गूगल ने कहा कि अब सुरक्षित ब्राउजिंग के लिए क्रोम का इनहैंस्ड प्रोटेक्शन मोड यूजर्स को अधिक सुरक्षा देगा।
मिलेगा पहले से अधिक सुरक्षा
टेक कंपनी का दावा है कि क्रोम के इनहैंस्ड प्रोटेक्शन मोड से यूजर्स को फिशिंग अटैक्स से दोगुना बचाव मिलेगा। AI मॉडल रिमोट टेक सपोर्ट स्कैम्स को रोक सकता है। इसके अलावा, कृत्रिम बुद्धि आसानी से कई प्रकार के स्कैम्स का पता लगा सकेगा और उन्हें रोकने के लिए आवश्यक उपाय कर सकेगा। मालिशियस वेब नोटिफिकेशंस से बचाने के लिए भी अतिरिक्त सुरक्षा दी जाएगी।
Gemini Nano AI डेस्कटॉप ब्राउजर में भी काम करेगा। यूजर्स को भ्रामक नोटिफिकेशंस से भी बचाया जाएगा, जो उन्हें संदिग्ध और मालिशियस वेबसाइटों से बचाएगा। गूगल ने पाया कि लोगों को वेबसाइट पर जाने के बाद अक्सर नोटिफिकेशंस भेजे जाते हैं, जिस पर टैप करने से वे स्कैम का शिकार हो सकते हैं।
नए सुरक्षा फीचर का फायदा यूजर्स को कई फेज में दिया जाएगा और क्रोम ब्राउजर अपनेआप लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट हो जाता है। इसके अलावा गूगल प्ले स्टोर पर भी अपडेट आने के बाद आपको उसे अपडेटेड रखना चाहिए।