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AI टूल्स ने अनुभवी डेवलपर्स की रफ्तार घटाई, नई स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

नई स्टडी में पाया गया कि AI टूल्स ने अनुभवी सॉफ्टवेयर डेवलपर्स की कार्य गति को बढ़ाने की बजाय धीमा कर दिया। जानिए कैसे Cursor AI असिस्टेंट ने कोडिंग समय को प्रभावित किया।

AI टूल्स: जहां एक ओर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को कोडिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में क्रांति लाने वाला माना जा रहा है, वहीं एक नई स्टडी ने इस धारणा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। AI अनुसंधान संस्था METR द्वारा की गई एक ताज़ा स्टडी के अनुसार, अनुभवी सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के लिए AI टूल्स ने कार्य की गति बढ़ाने के बजाय धीमी कर दी।

इस अध्ययन में प्रतिभागियों ने एक लोकप्रिय AI कोडिंग असिस्टेंट Cursor का उपयोग किया, जबकि वे उन ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट्स पर कार्य कर रहे थे, जिनसे वे पहले से परिचित थे। डेवलपर्स का मानना था कि AI उनकी स्पीड बढ़ाएगा और समय की बचत करेगा — पहले उन्होंने अनुमान लगाया कि AI की मदद से कार्य समय 24% घटेगा। लेकिन परिणाम इसके ठीक उलट आया — AI के उपयोग से कार्य पूरा करने में औसतन 19% अधिक समय लगा।

AI की दिशा सही, लेकिन समाधान सटीक नहीं

अध्ययन के प्रमुख लेखक, जोएल बेकर और नेट रश ने स्वीकार किया कि यह परिणाम उनके लिए भी अप्रत्याशित था। रश ने तो स्टडी शुरू होने से पहले उम्मीद जताई थी कि AI डेवलपमेंट को “दोगुनी रफ्तार” दे सकता है। लेकिन व्यवहारिक तौर पर, ऐसा नहीं हुआ।

स्टडी में पाया गया कि AI द्वारा दिए गए सुझाव अक्सर “दिशात्मक रूप से सही” होते हैं, लेकिन वे प्रोजेक्ट की वास्तविक ज़रूरतों से मेल नहीं खाते। इससे डेवलपर्स को अतिरिक्त समय AI के कोड को समझने और सुधारने में लगाना पड़ा।

AI टूल्स का उपयोग फिर भी जारी, क्यों?

हालांकि AI से गति में कमी आई, लेकिन फिर भी ज्यादातर डेवलपर्स और स्वयं लेखक अब भी Cursor जैसे टूल्स का उपयोग कर रहे हैं। इसके पीछे एक मुख्य कारण यह बताया गया कि AI के साथ काम करना कम प्रयास वाला और मानसिक रूप से आसान अनुभव बन जाता है। बेकर ने कहा, “डेवलपर्स का उद्देश्य केवल कार्य को जल्दी पूरा करना नहीं होता, वे अक्सर ऐसे रास्ते को चुनते हैं जो कम थकाऊ हो।”

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प्रभावित नहीं होंगे सभी डेवलपर्स

स्टडी के निष्कर्ष यह नहीं कहते कि AI हमेशा धीमा करेगा। लेखक मानते हैं कि जूनियर इंजीनियर्स या नए कोडबेस पर काम कर रहे इंजीनियर्स के लिए AI अधिक फायदेमंद हो सकता है। इस स्टडी का मुख्य फोकस अनुभवी डेवलपर्स और स्थापित कोडबेस पर था।

AI पर निवेश का सवाल

गौरतलब है कि AI टूल्स की उपयोगिता को लेकर बनी यह धारणा कि यह डेवलपर्स को अधिक उत्पादक बनाता है, तकनीकी कंपनियों को भारी निवेश के लिए प्रेरित करती रही है। लेकिन इस तरह की रिपोर्ट्स उन अनुमानों पर पुनर्विचार की ज़रूरत दर्शाती हैं।

Anthropic के CEO डारियो अमोडेई ने हाल ही में दावा किया था कि आने वाले 1 से 5 वर्षों में AI सभी एंट्री-लेवल वाइट कॉलर नौकरियों का आधा हिस्सा खत्म कर सकता है।

अब देखना यह होगा कि AI की यह धीमी शुरुआत, आने वाले समय में रफ्तार पकड़ती है या नहीं।

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