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नंगल डैम पर CM Bhagwant Mann: पंजाब के पानी की एक भी बूंद चोरी नहीं होने दी जाएगी!

CM Bhagwant Mann: पंजाब की अनदेखी कर बीबीएमबी हरियाणा को पानी नहीं दे सकता

पंजाब के CM Bhagwant Mann ने  स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंजाब के पास किसी के साथ साझा करने के लिए कोई अतिरिक्त पानी नहीं है। उन्होंने कहा कि भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) राज्य पर शर्तें थोपकर हरियाणा को पानी नहीं दे सकता।

यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए CM Bhagwant Mann ने कहा कि हरियाणा ने अपने हिस्से के अलावा 16000 क्यूसेक अतिरिक्त पानी का इस्तेमाल कर लिया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान और हरियाणा सरकार ने मिलकर राज्य के पानी को लूटा है और बीबीएमबी ने अवैध रूप से 8500 क्यूसेक पानी छोड़ने का फैसला किया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। CM Bhagwant Mann ने कहा कि बीबीएमबी में पंजाब की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है और बोर्ड का यह फैसला मनमाना, तानाशाही और अलोकतांत्रिक है।

CM Bhagwant Mann ने कहा कि बीबीएमबी को पंजाब और उसके हितों की अनदेखी करके पानी छोड़ने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा। CM Bhagwant Mann ने कहा कि जिस तरह किसान हर पल अपने हिस्से के पानी की रक्षा करता है, उसी तरह राज्य और उसके पानी का संरक्षक होने के नाते वह यहां प्रबंधों का निरीक्षण करने के लिए आए हैं, ताकि कोई भी पंजाब का पानी न चुरा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी को भी राज्य के पानी को लूटने की इजाजत नहीं देगी और इस संबंध में पहले से ही पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।

CM Bhagwant Mann ने केंद्र सरकार, हरियाणा और राजस्थान की सरकारों और बीबीएमबी को चेतावनी देते हुए कहा कि पंजाब में दमन की यह नीति नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब ऐसे किसी भी कदम का पुरजोर विरोध करेगा जिसका उद्देश्य पंजाब का पानी छीनना है क्योंकि कृषि प्रधान राज्य होने के नाते पंजाब की जीवन रेखा पंजाब है। CM Bhagwant Mann ने कहा कि अगर केंद्र ऐसी साजिशें रचने से बाज नहीं आता तो उसे यह भूल जाना चाहिए कि पंजाब सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए देश को धान देता है।  

CM Bhagwant Mann ने स्पष्ट रूप से कहा कि हरियाणा और राजस्थान को हर साल 21 मई से 20 मई के बीच राज्य के हिस्से का पानी आवंटित किया जाता है। लेकिन उन्होंने कहा कि हरियाणा ने इस साल मार्च महीने में अपने हिस्से का सारा पानी इस्तेमाल कर लिया है, जिसके कारण अब वे पंजाब से पानी छीनकर कुछ और पानी हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। CM Bhagwant Mann ने आंकड़े देते हुए कहा कि अब तक हरियाणा ने अपने आवंटित पानी का 103 प्रतिशत इस्तेमाल कर लिया है और अब भाजपा पंजाब पर हरियाणा को और पानी देने का दबाव बना रही है।

CM Bhagwant Mann ने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार के दबाव में आने का सवाल ही नहीं उठता क्योंकि यह राज्य के किसानों से जुड़ा मामला है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को यह गैरकानूनी खेल खेलने की बजाय पाकिस्तान के साथ बहुचर्चित सिंधु जल संधि को रद्द करके चिनाब, झेलम, उझ और अन्य नदियों का पानी राज्य की ओर मोड़ना चाहिए। CM Bhagwant Mann ने कहा कि इस संधि से बचा हुआ अतिरिक्त पानी धान के सीजन से पहले की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरे उत्तरी क्षेत्र को दिया जा सकता है।

CM Bhagwant Mann ने कहा कि हरियाणा सरकार ने पंजाब से आग्रह किया था कि उनके पास लोगों की पीने की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए भी पानी नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने मानवीयता के नाते उदारतापूर्वक हरियाणा को 6 अप्रैल, 2025 से प्रतिदिन 4000 क्यूसेक पानी आवंटित किया है। भगवंत सिंह मान ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पंजाब पहले ही कृषि उद्देश्यों के लिए पानी की कमी से जूझ रहा है क्योंकि राज्य भर में भूजल स्तर नीचे जा रहा है।

CM Bhagwant Mann ने कहा कि बांध में पानी का स्तर अब तक का सबसे कम दर्ज किया गया है और पौंग बांध, भाखड़ा बांध और रणजीत सागर बांध में जल स्तर पिछले साल की तुलना में क्रमशः 32 फीट, 12 फीट और 14 फीट कम है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पानी की एक-एक बूंद राज्य के लिए कीमती है और किसी अन्य राज्य के साथ पानी साझा करने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भाजपा हरियाणा और केंद्र में अपनी सरकार के माध्यम से राज्य को दबाने की कोशिश कर रही है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीबीएमबी पंजाब के पानी का हिस्सा छीनने के लिए हर रोज नए प्रस्ताव पारित कर रहा है।

CM Bhagwant Mann ने कहा कि उनकी सरकार इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने पर विचार कर रही है ताकि राज्य के हितों की रक्षा की जा सके। इसी तरह, उन्होंने कहा कि पंजाब इस मुद्दे पर पूरी तरह से चर्चा करने के लिए राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने पर भी विचार कर रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के पानी की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि राज्य के पास किसी अन्य राज्य के साथ साझा करने के लिए एक बूंद भी अतिरिक्त पानी नहीं है।

CM Bhagwant Mann ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, राज्य भाजपा प्रमुख सुनील जाखड़ और मनप्रीत सिंह बादल सहित भाजपा के शीर्ष नेता पूरे मामले पर चुप हैं। उन्होंने कहा कि यह वह समय है जब इन नेताओं को केंद्र में अन्याय के इस मुद्दे को उठाकर राज्य के प्रति अपनी वफादारी साबित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि या तो इन नेताओं को इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर राज्य के पानी की रक्षा के लिए राज्य सरकार में शामिल हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि ये नेता इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।

CM Bhagwant Mann ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह विडंबना है कि भाजपा के एक अन्य नेता और स्वयंभू जल रक्षक कैप्टन अमरिंदर सिंह इस मुद्दे पर चुप हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह केवल कागजों में ही पानी के रक्षक हैं, जबकि हकीकत में इन नेताओं ने पंजाब और यहां के लोगों के लिए कभी कुछ ठोस नहीं किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये नेता अपने निहित राजनीतिक और निजी हितों के लिए हरियाणा और अन्य राज्यों को 25 प्रतिशत तक अतिरिक्त पानी छोड़ देते थे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस व अन्य भी उपस्थित थे।

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