धर्म

Tulsi Mala Ke Niyam: तुलसी माला कब और कैसे पहनें? जानें नियम और आध्यात्मिक फायदे

Tulsi Mala Ke Niyam: धार्मिक मत है कि तुलसी की विधिपूर्वक पूजा करने से साधक को धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है।

Tulsi Mala Ke Niyam: साथ ही धन लाभ मिलता है। जीवन में खुशियों के आगमन के लिए लोग तुलसी माला (Tulsi Mala Rules) भी पहनते हैं लेकिन इसके नियम का पालन करना अधिक जरूरी होता है। इससे साधक को मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

सनातन धर्म में तुलसी की पूजा बहुत महत्वपूर्ण है। इस पौधे को घर में लगाना आम है। धार्मिक मान्यता है कि इस पौधे को घर की शुभ दिशा में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। साथ ही श्रीहरि और मां लक्ष्मी परिवार पर कृपा बनी रहती है। वहीं, कुछ लोग तुलसी माला (Tulsi Mala Rules) पहनते हैं। धार्मिक मत है कि इस माला को पहनने से जीवन में कोई समस्या नहीं होगी। साथ ही सुख-समृद्धि बढ़ती है। अब हम तुलसी माला पहनने के नियमों पर चर्चा करेंगे।

तुलसी माला कब पहनना चाहिए?

तुलसी की माला पहनने के लिए सबसे पहले शुभ दिन देखना चाहिए। सोमवार, गुरुवार और बुधवार को तुलसी की माला पहनना शुभ है। रविवार और अमावस्या के दिन तुलसी की माला नहीं पहननी चाहिए। माना जाता है कि किसी अशुभ दिन पर तुलसी की माला धारण करने से जीवन में कई समस्याएं आ सकती हैं।

तुलसी की माला कैसे पहने?

तुलसी की माला पहनने से पहले, उसे गंगाजल या जल से साफ करें। माला सूखने के बाद इसे पहनें। ज्योतिषी से सलाह भी ले सकते हैं।

तुलसीमाला  के नियम

Tulsi Mala Pahanne ke Niyam: तुलसी की माला पहनने वाले व्यक्ति को किसी से बहस नहीं करनी चाहिए। साथ ही किसी के बारे में गलत नहीं सोचना चाहिए।

इसके अलावा व्यक्ति को मांसाहारी भोजन से दूर रहना चाहिए।

माना जाता है कि इस नियम का पालन न करने से जीवन में बुरे परिणाम होते हैं। महिलाओं और बुजुर्गों का अपमान नहीं करना चाहिए।

ये फायदे तुलसी माला पहनने से मिलते हैं

तुलसी की माला पहनने से जीवन में लक्ष्मी, धन की देवी, की कृपा हमेशा मिलती रहती है।

आर्थिक संकट से छुटकारा मिलता है।

धन लाभ के योग बनते हैं।

मन की शांति मिलती है।

जीवन के दुख-दर्द दूर होते हैं।

घर में सुख-शांति का आगमन होता है।

व्यक्ति को जीवन में खुशियां आती हैं

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