पहली बार में NEET परीक्षा क्लियर की चाय बेचने वाले ने

जहाँ चाह वहाँ राह कहावत को आप सभी ने सुना होगा इस कहावत को सच कर दिखाया है असम में चाय बेचने वाले युवक राहुल दास ने उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से पहली बार में ही NEET परीक्षा क्लियर कर ली है।

असम के राहुल दास अपनी माँ के साथ एक चाय की दुकान चलाते हैं। बचपन से ही दिव्याँग राहुल ने पहली बार में NEET परीक्षा क्लियर कर ली है। यही नहीं उन्हें दिल्ली के एम्स जैसे कॉलेज में सीट भी मिल गई है। गरीबी की वजह से राहुल ने बारहवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। चाय बेचने के साथ समय निकालकर राहुल इंटरनेट की मदद से पढ़ाई करते थे। उनका यहाँ तक का सफर आसान नहीं था राहुल के पिता 11 साल पहले उनके परिवार को छोड़कर चले गए थे।माँ ने राहुल और उनके भाई का पालन पोषण किया है।

धन के अभाव के कारण राहुल को बारहवीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी। राहुल डॉक्टर बनना चाहते थे और उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए जी जान लगा दिया चाय की दुकान पर अपनी माँ का हाथ बंटाते हुए वे बीच में समय निकालकर इंटरनेट की मदद से अपनी पढ़ाई भी करते थे।

राहुल ने 2015 मे बारहवीं की परीक्षा पास कर ली थी पैसों की कमी के कारण बीच में उन्हें पढ़ाई रोकनी पड़ी थी। हालांकि 2 साल बाद पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मैं उन्हें दाखिला ले लिया था ।

नौकरी छोड़ कल की तैयारी

राहुल को 2020 में गुवाहाटी की एक मल्टीनेशनल कंपनी में क्वालिटी इंजीनियर की नौकरी मिल गई थी। राहुल के 3 साल की इंजीनियरिंग की डिग्री में 85% अंक आए थे। वे हमेशा से ही डॉक्टर बनना चाहते थे इसलिए उन्होंने जॉब छोड़ देने का फैसला लिया। जांच छोड़कर उन्होंने NEET की तैयारी शुरू कर दी। उनके पास किताबें खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए इंटरनेट की मदद से पढ़ाई करते थे राहुल दिव्यांग है, उनका एक हाथ खराब है।

Exit mobile version