UP Election: जब वो थे तो रामभक्तों को गोलियों का निशाना बनाया गया…हम हैं तो राम मंदिर का सपना साकार हुआ
जैसे जैसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मतदान का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे—वैसे राज्य में सियासी सरगर्मी भी बढ़ती जा रही है. राजनीतिक दल और नेताओं ने चुनाव प्रचार और जनसंपर्क अभियान तेज कर दिए हैं तो वहीं उम्मीदवार भी फतेह का परचम लहराने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस समेत सभी पार्टियों ने चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है. कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी और बीजेपी की तरफ से खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मोर्चा संभाले हुए हैं.
चुनावी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा है. सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा कि वे थे तो…राम भक्तों पर गोलियां चलीं. शिवभक्त कांवड़ियों की यात्राएं रद्द हुईं। सैफई महोत्सव के कारनामे हुए. हम हैं तो… श्री रामलला विराजमान का स्वप्न साकार हुआ. शिवभक्त कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा हुई। ‘दीपोत्सव’, ‘रंगोत्सव’ उत्तर प्रदेश की पहचान बने. योगी आदित्यनाथ यहीं नहीं रुके, एक के बाद एक किए गए ट्वीट में उन्होंने आगे लिखा कि वे ‘जिन्ना’ के उपासक है, हम ‘सरदार पटेल’ के पुजारी हैं। उनको पाकिस्तान प्यारा है, हम माँ भारती पर जान न्योछावर करते हैं.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तहत 10 फरवरी को पहले चरण के मतदान किया जाएगा. इस बीच पश्चिमी यूपी को साधने के लिए सत्तारूढ़ दल बीजेपी और विपक्षी गठबंधन ने पूरा जोर लगा रखा है. बीजेपी के लिए उत्तर प्रदेश का यह चुनाव कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जगत प्रकाश नड्डा से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा डा दिनेश शर्मा लगातार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं. वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह अपना चुनाव प्रचार अभियान संयुक्त रूप से शुरू करेंगे.