UP News: मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पाइप लाइन बिछाने के साथ ही मेंटेनेंस की हो समुचित व्यवस्था।
UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की जानी चाहिए। उनका कहना था कि पाइप बिछाने के साथ-साथ उनका उपयोग और मरम्मत करने के लिए समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को जल्द से जल्द प्रदेश के सभी गांवों में शुद्ध पेयजल प्रदान करने का आदेश दिया है। उनका कहना था कि पाइप लाइन बिछाने और चलाने और मरम्मत करने के लिए समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। जल जीवन मिशन में हर घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने के कार्य में प्लबंर की भूमिका को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री ने इनकी समुचित ट्रेनिंग के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
जल जीवन मिशन से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन में उपयोग की जा रही सामग्री उच्च गुणवत्ता की होनी चाहिए। पाइप और नल अच्छे हों। साथ ही, चोरी या खराब होने पर तुरंत नई टोंटी खरीदें। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य में 2 करोड़ 63 लाख से अधिक घरों और उनके परिवारों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जा रही है, जिसमें 1 लाख 60 हजार करोड़ रुपये की लागत आ रही है। वहीं इसके संचालन और मरम्मत में प्रतिवर्ष लगभग साढ़े चार हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ पेयजल महत्वपूर्ण है। हमारे गांवों को स्वच्छ पेयजल मिलेगा, जो विभिन्न बीमारियों से बचाएगा। यह योजना जल थैरेपी की तरह है, जिससे पीलिया, किडनी की पथरी, पाचन संबंधित बीमारियां, यूरीन संबंधित बीमारियां और किडनी फेल होने जैसी बीमारियों से काफी हद तक छुटकारा मिलेगा।
खोदी गई सड़कों को जल्दी ठीक करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों को जल जीवन मिशन के बारे में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मदद से जागरूक करना चाहिए। इसके लिए गांव के प्रधान के साथ मिलकर एक योजना बनानी चाहिए। उनका कहना था कि ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बताया जाना चाहिए कि यह उनके मोबाइल फोन के मासिक खर्च से भी कम में मिल रहा है। इसके लिए बीसी और पंचायत सहायकों को भी लगाया जाए। पाइपलाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़क को समय पर ठीक करने के लिए उन्हें विशेष निर्देश दिए गए थे।
गांव के कुछ तालाबों में कराएं मत्स्य पालन
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राज्य के गांवों को स्वस्थ और आत्मनिर्भर बनाने का भी आदेश दिया। उनका कहना था कि राज्य के हर गांव को आत्मनिर्भर बनाना होगा। गांव के ऐसे तालाबों में मत्स्य पालन शुरू किया जा सकता है जो किसी मंदिर से नहीं जुड़े हैं। इसके अलावा, पक्की दुकानें और ग्राम हाट बनाकर आय अर्जित की जा सकती है। इसके लिए मंत्री, अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी गांवों में जाएं और प्रधानों और लोगों से विस्तार से चर्चा करें।
गांवों में आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रतिस्पर्धा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे ग्राम सचिवालय का उदाहरण पूरे देश में प्रसिद्ध है। यह गांव की समस्याओं को हल करने का एक उपाय बनाता है। जिन कार्यों के लिए पहले तहसील जाना होता था, अब ग्रामीणों को वह सुविधा गांव में ही मिल रही है। उनका कहना था कि गांवों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। इसके लिए सरकार को उन्हें प्रोत्साहित करना होगा। गांवों को अपने स्रोतों से प्राप्त होने वाली आय के बराबर धन सरकार की ओर से दिया जाना चाहिए।