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Vastu Tips: यात्रा पर जाने से पहले वास्तु के नियमों को जानें, शुभ-अशुभ दिशा के नियम

Vastu Tips For Travel: यात्रा को सुखद और मंगलकारी बनाने के लिए वास्तुशास्त्र में कई नियम बताए गए हैं। यह स्वीकार्य है कि यात्रा के दौरान छोटी-छोटी गलतियाँ खतरनाक हो सकती हैं। इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।

Vastu Tips For Travel: सुखद और सफल यात्रा के लिए वास्तुशास्त्र में कई नियम बताए गए हैं। माना जाता है कि इन नियमों का पालन करके यात्रा सुखद हो सकती है। इसलिए, किसी भी प्रकार की यात्रा या ट्रिप पर जाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। माना जाता है कि इन नियमों का पालन करके यात्रा के दौरान बाधाओं और अप्रिय घटनाओं से बच सकते हैं। आइए जानते हैं कि यात्रा के दौरान वास्तु के किन नियमों का पालन करना चाहिए?

यात्रा करने के वास्तु नियम

यात्रा पर जाते समय वास्तु के अनुसार नकारात्मक शब्दों का अधिक से अधिक उपयोग नहीं करना चाहिए। यात्रा पर जाने से पहले किसी भी देवता, बड़े-बुजुर्ग, माता-पिता या महिला का अपमान या अपशब्दों का इस्तेमाल नहीं करें।

यात्रा पर जाते समय सबसे पहले घर से सीधा पैर निकालें। दान देने जाते समय गाय को हरा चारा और रोटी खिलाएं। गरीबों को दान दें। गायत्री मंत्र पढ़ें। यह माना जाता है कि ऐसा करने से यात्रा भी अच्छी और फायदेमंद होती है।

सोमवार और शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए, ज्योतिषी कहते हैं। सोमवार और गुरुवार को आपको आग्नेय कोण, यानी पूर्व-दक्षिण दिशा में नहीं जाना चाहिए। बुधवार और शनिवार को ईशान कोण (पूर्व-उत्तर दिशा) में नहीं जाना चाहिए। वहीं, रविरा के दिन पश्चिम दिशा और नैऋत्य कोण में यात्रा करने की मनाही होती है।

मंगलवार को उत्तर दिशा में यात्रा कर रहे हैं तो गुड़ खाकर बाहर निकल जाना चाहिए, वास्तुशास्त्र कहता है। बुधवार को उत्तर की ओर जाना होगा, इसलिए धनिया या तिल खाकर निकलें। गुरुवार को दक्षिण की ओर चल रहे हैं, तो पहले दही खाकर निकलें। शुक्रवार को पश्चिम की ओर चलना होगा, तो घर से थोड़ा जौ खाकर निकलें। शनिवार के दिन पूर्व दिशा में ट्रैवल करना हो, अदकर का टुकड़ा या काली उड़द खाकर निकलें। मान्यता है कि इन उपायों से दिशाशूल के अशुभ प्रबावों से बचा जा सकता है और मंगलकारी यात्रा की जा सकती है।

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