Diabetes से पीड़ित लोगों का ब्लड शुगर लेवल दोनों घटता है और बढ़ता रहता है। डॉक्टर्स इसलिए पेशेंट्स को खाना खाने के बाद और खाना खाने के पहले ब्लड शुगर लेवल को हमेशा जांच करने की सलाह देते हैं।
Diabetes आजकल खराब खानपान और खराब लाइफस्टाइल की वजह है। डायबिटीज में पैंक्रियाज इंसुलिन बनाना रोक देता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल दोनों कम होता है और अधिक होता है। डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर हमेशा बताते हैं कि खाना खाने के पहले और खाना खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल को नियमित रूप से जांच करना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? कई लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती कि कब ब्लड शुगर लेवल को जांचना सही है।
कितनी मात्रा में फास्टिंग ब्लड शुगर होना चाहिए?
बिना कुछ खाए, ब्लड शुगर लेवल को देखना फास्टिंग है। अगर किसी व्यक्ति ने पिछले आठ घंटे से कुछ नहीं खाया हो तो उसका ब्लड शुगर लेवल 70-99 mg/dl होना चाहिए। डायबिटीज का लक्षण है अगर आपका ब्लड शुगर लेवल 130 mg/dl या उससे अधिक है और आपने कुछ भी नहीं खाया है। यही कारण है कि खाना खाने से पहले अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करना आवश्यक है।
खाने के बाद रक्तचाप इतना होना चाहिए:
सिर्फ खाना खाने के पहले ही नहीं बल्कि खाना खाने के बाद का भी शुगर लेवल चेक करना चाहिए। खाना खाने के दो घंटे बाद रक्तचाप की जांच करें। खाने के दो घंटे बाद स्वस्थ व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल लगभग 130-140 mg/dl होता है। जबकि डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति का ब्लड शुगर स्तर 180 mg/dl तक पहुंच जाता है। ज्यादा शुगर लेवल खतरनाक है।
ब्लड शुगर का स्तर कैसे जाँच करें?
आप मरीज का ब्लड शुगर लेवल जानने के लिए ब्लड शुगर टेस्ट मशीन किसी मेडिकल स्टोर से या ऑनलाइन खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप लैब जाकर भी अपना शुगर चेक करा सकते हैं। हालांकि रोज़-रोज़ लैब जाना तो मुमकिन नहीं होगा इसलिए आप अगर इसका मशीन खरीद लेंगे तो आपक लिए ज़्यादा आसानी होगी