भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में कोरोना मरीजों ( Coronavirus in India ) की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) ने कोरोना के इलाज के लिए दो नई दवाओं की सिफारिश की है. इन दोनों दवाइयों के नाम बारिसिटिनिब और कासिरिविमैब-इमदिविमैब ( Baricitinib and casirivimab-imdivimab) हैं. पीयर रिव्यू जर्नल बीएमजे में हेल्थ बॉडी के विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना के गंभीर रूप की चपेट में आए मरीजों के इलाज के लिए कॉर्टिकोस्ट्रॉयड्स के साथ बारिसिटिनिब का यूज काफी प्रभावी साबित हो सकता है. आपको बता दें कि सामान्यत: इस दवाई का इस्तेमाल आर्थराइटिस के इलाज में किया जाता है.
मरीज में वेंटिलेंटर की जरूरत को काफी कम
विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) के अनुसार इस दवा का इस्तेमाल कोरोना के मरीज में वेंटिलेंटर की जरूरत को काफी कम कर देता है. इसके साथ ही इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता और इसके यूज से मरीज की जान का जोखिम कम हो जाता है. जानकारी के अनुसार इसका असर आर्थराइटिस की एक दूसरी दवाई इंटरल्यूकिन-6 (IL-6) की तरह किया जाता है. अगर मान भी लिया जाए कि आपके पास दोनों दवाओं के विकल्प हैं तो भी कीमत, उपलब्धता और क्लीनिशियन अनुभव के बेस पर ही पर दवा खरीदें. यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि एक ही समय पर दोनों दवाइयां न लें.
ओमिक्रॉन वेरिएंट के 6,041 केस
आपको बता दें कि WHO ने इन दोनों नई दवाओं की सिफारिश 4,000 साधारण, कम गंभीर और अधिक गंभीर वाले मरीजों पर किए गए 7 ट्रायल्स के बाद ही की गई है. आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस और उसका नया वेरिएंट तेजी के साथ पैर पसारता जा रहा है. देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के 6,041 केस मिले है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों की मानें तो पिछले 24 घंटों के दौरान देश में 268,833 नए केस रिकॉर्ड किए गए हैं. जबकि इस बीच 402 लोगों की जान गई है. हालांकि राहत की बात यह है कि 122,684 लोग कोरोना को मात देकर अपने घरों को लौट गए हैं.