राज्यदिल्ली

Sadhvi Ritambhara: दिल्ली में बांके बिहारी गीता मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें साध्वी ऋतंभरा भी उपस्थित थीं

Sadhvi Ritambhara

वीएचपी के आलोक कुमार और Sadhvi Ritambhara ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया। आलोक कुमार ने अपने भाषण में राम मंदिर को हिंदुओं की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया।

8 फरवरी को, गीता देवी धार्मिक और शैक्षिक समाज की देखरेख में भगवान बांके बिहारी, गणपति, राम दरबार, मां दुर्गा, शिव परिवार और नवग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का विशाल समारोह हुआ। वीएचपी के आलोक कुमार और Sadhvi Ritambhara ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया। 2 फरवरी से 8 फरवरी तक बांके बिहारी गीता मंदिर, सेक्टर 24, रोहिणी, दिल्ली में प्राण प्रतिष्ठा हुई। पति-पत्नी राम निवास जिन्दल और अनीता जिन्दल ने सभी मान्यताओं का पालन किया। अनिरुद्ध जिन्दल और प्राची जिन्दल भी शामिल थे।

Sadhvi Ritambhara: 2 फरवरी को सभी देवता गणों का आह्वान, जलाधिवास, प्रायश्चित, पुण्य वचन, नंदी मुख श्राद्ध और गणपति पूजन शुरू हुआ। 3 फरवरी को सभी देवताओं की पूजा हुई। 4 फरवरी को धृतवास, ब्राह्मण पथ और जप पथ की पूजा हुई। 5 फरवरी को ब्राह्मण पूजन, जप पथ, पुष्प, औषधि, इत्र, गंध और मूर्तियों का पूजन हुआ। 6 फरवरी को वस्त्र शय्याधिवास का उत्सव मनाया गया। 7 फरवरी को 21 कलशों के पानी से महाअभिषेक, नेत्र मिलन, 56 भोग प्रसाद और नगार परिक्रमा रथ यात्रा हुई।

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छात्रों ने झांकियों के साथ निकाली रथ यात्रा

छात्रों ने गणपति, राम दरबार, शिव परिवार, राधा कृष्ण और मां दुर्गा की झांकियों से भव्य रथयात्रा निकाली। सूवरेन स्कूल के विद्यार्थियों का प्रदर्शन दिलचस्प था। Роहिणी का चौबीसवां सेक्टर राधे कृष्ण के जयकारे और भजनों से भर गया। अंत में, 8 फरवरी को लोकार्पण और प्राण प्रतिष्ठा का दिन था। समारोह में शैक्षिक और धार्मिक संस्थाओं के सभी सदस्यों ने भाग लिया। गीतारत्न परिवार भी समारोह में उपस्थित था। साध्वी ऋतंभरा और आलोक कुमार समारोह के मुख्य अतिथि रहे।

Sadhvi Ritambhara ने मंदिर का लोकार्पण किया

मंदिर का लोकार्पण साध्वी ऋतंभरा ने किया। आलोक कुमार ने अपने भाषण में कहा कि हिंदू एकजुट हैं। उनका कहना था कि हिंदुओं ने बहुत कुछ पाया है। बताया कि अयोध्या में बनाया गया राम मंदिर हिंदुओं की सबसे बड़ी उपलब्धि है। जय श्री राम के नारे से उनका भाषण समाप्त हुआ। साध्वी ऋतंभरा ने अपने भाषण में जीवन के मूल सिद्धांतों को समझाया। उनका कहना था कि व्यक्ति का पैसा पांच भागों में बांटा जाना चाहिए। भगवान के नाम से पहला पैसा सामाजिक कल्याण में खर्च किया जाए।
राम निवास जिन्दल परिवार ने उनकी प्रशंसा की। साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि जिंदल परिवार ने समाज और भगवान के प्रति अपनी कर्तव्यों को निभाया है। उन्हें मंदिर की जमीन पूजन करने पर गर्व हुआ। आज मंदिर का उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला। ध्रुव शर्मा और स्वर्णा ने श्रीकृष्ण और राधे का सुंदर भजन गाया। मंदिर समिति ने समारोह को भद्रा से समाप्त करने का फैसला किया।

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