ये गलती की तो सेंटर में नहीं मिलेगी एंट्री, बिहार बोर्ड की ओर से जारी गाइडलाइन
बिहार में बोर्ड परीक्षा फरवरी माह में स्कूलों में कराए जाने की तैयारी की जा रही है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कोरोना को ध्यान में रखते हुए गाइडलाइंस जारी किए हैं। परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा के समय परीक्षार्थियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे ये ध्यान रखना अनिवार्य होगा. वहीं, मास्क पहनना भी अनिवार्य होगा.
राज्य के कुल 1,447 परीक्षा केंद्रों पर 1 फरवरी से 14 फरवरी के बीच दो पालियो में इंटरमीडिएट परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इस बार परीक्षा में कुल 13,15939 शामिल होंगे। इस परीक्षा के लिए पटना जिले में कुल 84 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिसमे सम्मिलित होने के लिए 37,817 छात्राएं और 41,039 छात्रो ने फार्म भरा है।
कोरोना को ध्यान में रखते हुए केंद्रों पर परीक्षा कराने के लिए सभी जरूरी गाइडलाइंस को फॉलो किया जाएगा। बोर्ड की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार परीक्षार्थियों का परीक्षा शुरू होने से कम से कम 10 मिनट पहले परीक्षा केंद्र प्रवेश कर लेना आवश्यक है, देर से आने वाले परीक्षार्थी को उस बैठक की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रथम पाली सुबह 9:30 से शुरू होगी और दूसरी पाली दोपहर 1:45 से शुरू होगी। वहीं परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसके संबंध में राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी तथा कोविड अनुकूलन व्यवहार का अनुपालन किए जाना अनिवार्य होगा। परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से परीक्षा होने के बाद बाहर निकलने तक मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सभी परीक्षा कक्षों का सैनिटाइजेशन नियमित रूप से किया जाएगा।
परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष में 15 मिनट का अतिरिक्त समय प्रश्नपत्र उत्तरपुस्तिका आदि को पढ़ने और समझने के लिए दिए जाएंगे वहीं दिव्याँग विद्यार्थी के लिए राइटर की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी स्तर पर कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना की वजह से मिलेगा अधिक समय
राइडर्स की सुविधा लेने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा में क्षतिपूर्ण के रूप में अधिकतम 20 मिनट प्रति घंटा का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। दिव्याँग परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए यथासंभव परीक्षा में उनके बैठने की व्यवस्था ग्राउंड फ्लोर पर की जाएगी।