
Rajasthan News: राजस्थान प्रदेश ऐसा है जहां सदियो से पेयजल की समस्या हमेशा रहती है लेकिन अब मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की दूरगामी सोच एवं कुशल नेतृत्व की बदोलत राजस्थान की तस्वीर एवं तकदीर दोनों ही बदलने वाली है।
Rajasthan News: इस सपने को साकार करने के लिए राज्य सरकार द्वारा बजट 2025-26 के तहत शहरी क्षेत्र के लिए पेयजल को लेकर बड़ी घोषणाएं की है, जिससे प्रदेश की शहरी जनता अब पेयजल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो सकेंगी।
मुख्यमंत्री जल जीवन मिशन (शहरी) से शहरी क्षेत्रों में पेयजल की समस्या का समयबद्ध तरीके से निराकरण किया जाएगा, इसके बजट 2025-26 में 5 हजार 830 करोड़ रुपये से अधिक के कार्य करवाये जाएगें। इसमें बीसलपुर जयपुर पेयजल परियोजना स्टेज द्वितीय (फेज-2) के अन्तर्गत कॉमन इन्टेक वैल विथ रॉ वॉटर ट्रांसमिशन लाइन, जल शोधन संयंत्र मय Clear water transmission line एवं स्वच्छ जलाशय का निर्माण व अन्य सम्बन्धित कार्य जयपुर और अजमेर में 1 हजार 986 करोड़ 68 लाख रुपये के कार्य होंगे।
18 शहरों में 1 हजार 650 करोड़ रूपये के होंगे जलापूर्ति कार्य-
मुख्यमंत्री जल जीवन मिशन (शहरी) के तहत जयपुर, कोटा, अजमेर, बीकानेर, जोधपुर, भरतपुर सहित 18 शहरों में 1 हजार 650 करोड़ रूपये के जलापूर्ति कार्य सहित पाली, बांसवाड़ा, श्रीगंगानगर, टोंक, झुंझुनूं, कुचामन सहित 11 शहरों में 275 करोड़ रूपये के सतत् जलापूर्ति के गुणात्मक संवर्धन कार्य करवाये जाएंगे। इसी तरह इस मिशन के तहत उदयपुर, चूरू, दूदू, बगरू, नसीराबाद, गुलाबपुरा, मुण्डावर, खैरथल, बहरोड़ सहित 51 शहरों में 1 हजार 200 करोड़ रूपये सेे सर्विस लेवल, सप्लाई और प्रेशर में सुधार के कार्य होंगे।
पेयजल योजनाओं का होगा संवर्धन तथा सुदृढीकरण-
मिशन के तहत निवाई, डिग्गी व लांबा हरिसिंह शहरी पेयजल योजनाओं के संवर्धन तथा सुदृढीकरण का कार्य सहित पाईप एवं टैंक स्कीम का कार्य किया जायेगा। साथ ही जादमों की ढाणी को पाईप स्कीम में बदलने का कार्य भी होगा। जिसके लिए 92 करोड़ 15 लाख रूपये खर्च किये जाएंगे। इसी तरह शहरी जल योजना श्रीडूंगरगढ़ के सुदृढ़ीकरण का कार्य के लिए 80 करोड़ रूपये, बगरू नगर पालिका के सम्पूर्ण क्षेत्र को पेयजल योजना से जोड़ने का कार्य के लिए 58 करोड़ 74 लाख रुपये, ग्रामीण योजना लूणकरणसर को शहरी जल योजना में क्रमोन्नत करने का कार्य करने के लिए 40 करोड 64 लाख रुपये, जीरो पोईन्ट हैंडवर्क्स पर स्वच्छ जलाशय का निर्माण कार्य-बाड़मेर के लिए 31 करोड 88 लाख रुपये, जल योजना नापासर के सुदृढीकरण के कार्य (लूणकरणसर) हेतु 27 करोड़ रुपये, अलवर शहर की विभिन्न कॉलोनियों में जल प्रदाय सुविधा विकसित करने का कार्य करने के लिए 25 करोड़ रुपये, बालोतरा एवं सिवाना के लिए बफर स्टोरेज का निर्माण कार्य करने के लिए 19 करोड 70 लाख रुपये एवं शहरी जल योजना भावरी तहसील पिण्डवाड़ा के पुनर्गठन का कार्य करने के लिए 18 करोड 68 लाख रुपये की राशि से शहरी क्षेत्रों में पेयजल संबंधी कार्य करवाए जाएंगे।
अमानीशाह पंप हाउस पर स्वच्छ जलाशय का होगा निर्माण-
मुख्यमंत्री जल जीवन मिशन (शहरी) के अन्तर्गत बीसलपुर जयपुर पेयजल परियोजना के अन्तर्गत अमानीशाह पम्प हाउस पर 15 एमएल क्षमता के स्वच्छ जलाशय के निर्माण और इंटर कनेक्शन का कार्य करवाया जाएगा। इसका सीधा फायदा सिविल लाइंस, हवामहल, विद्याधर नगर, झोटवाड़ा और किशनपोल क्षेत्र के लोगों को मिलेगा। इस पर 17 करोड़ 69 लाख रुपए का बजट में प्रावधान किया है।
सोजत रोड पर होगा रेपिड ग्रेविटी जल शोधन संयंत्र का निर्माण-
मिशन के तहत सोजत रोड पर 2.8 एम.एल.डी. का रेपिड ग्रेविटी जल शोधन संयंत्र, स्वच्छ जलाशय एवं राईजिंग पाईप लाईन का निर्माण कर कंटालिया बांध से सोजत रोड की जलापूर्ति का कार्य करवाया जाएगा। जिस पर 15 करोड 76 लाख रुपये खर्च किये जाएंगे। बंध बारैठा से मलाह हैड वर्क्स भरतपुर तक पुरानी 600 एमएम जीआरपी पाइप लाइन के स्थान पर डीआईके 7 पाइप लाइन बदलने का कार्य के लिए 67 करोड़ 73 लाख रुपये का प्रावधान इस बजट में किया गया है। मारवाड़ जंक्शन को जाडन से जवाई बांध का पानी उपलब्ध करवाने के लिए 13 करोड़ 8 लाख रुपये खर्च किये जाएंगे।
भरतपुर में 10 करोड़ रूपये से होंगे जलापूर्ति के कार्य-
मिशन के तहत भरतपुर में एस.पी.जेड योजना में जल आपूर्ति का कार्य करने के लिए 10 करोड़ रूपये खर्च किये जाएंगे। शहरी जल योजना तारानगर में पुरानी व जर्जर पाइप लाइनों एवं पुराने पम्प सैट बदलने का कार्य करने के लिए 1 करोड़ 22 लाख रुपये एवं शहरी जल योजना नगर परिषद् नागौर की सीमा क्षेत्र से बाहर बसी आबादी को पेयजल सप्लाई से लाभान्वित करने के लिए जल योजना कार्य करने के लिए 17 करोड़ 94 लाख रुपये के कार्य करवाये जाएंगे।
धार्मिक स्थल देशनोक में पेयजल व्यवस्था का होगा सुदृढ़ीकरण-
देशनोक में पेयजल व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण का कार्य करने के लिए 9 करोड़ रुपये एवं नावां शहर के नहरी पेयजल से अलाभान्वित एवं वंचित क्षेत्र में नहरी पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 26 करोड़ 3 लाख रुपये खर्च किये जाएंगे। बांसवाडा के गढ़ी में 19 करोड़ 84 लाख रुपये की लागत से पेयजल वितरण प्रणाली विरतार संवर्धन तथा सुदृढ़ीकरण का कार्य किये जायेंगे।
टोडारायसिंह व मालपुरा शहर में लगेंगे स्मार्ट मीटर-
मुख्यमंत्री जल जीवन मिशन (शहरी) के अन्तर्गत टोंक जिले के टोडारायसिंह व मालपुरा शहर में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए 7 करोड़ 55 लाख रुपये खर्च किये जाएंगे। कोटा जिले के आंवली-रोझड़ी व नयागांव को अकेलगढ़ हैडवर्क्स से जोड़ने के लिए 2 करोड 48 लाख रुपये एवं तकली बांध से रामगंज मण्डी शहरी पेयजल योजना एवं खुडीयाला रीको के संवर्धन तथा सुदृढ़ीकरण का कार्य करने के लिए 110 करोड़ 79 लाख रुपये एवं सांगोद में अतिरिक्त जल शोधन संयंत्र का कार्य करने के लिए 8 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। शहरी क्षेत्रों में हाईराइज बिल्डिंग्स में भी पीएचईडी द्वारा पेयजल कनेक्शन दिए जाने की व्यवस्था की घोषणा सरकार द्वारा इस बजट में की गई है।