मंगलवार (Second Bada Mangal 2025 kab hai) का दिन हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए अधिक शुभ माना जाता है। ज्येष्ठ महीने में पड़ने वाले हर मंगलवार महत्वपूर्ण है।
Bada Mangal 2025: वैदिक पंचांग के अनुसार आज 13 मई से ज्येष्ठ माह का आरंभ हो गया है। इस महीने के हर मंगलवार विशेष महत्व रखता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीराम और हनुमान जी की पहली मुलाकात ज्येष्ठ माह के मंगलवार को हुई थी। इसलिए ज्येष्ठ मास का मंगलवार बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल कहलाता है। धार्मिक मान्यता है कि बड़े मंगल के दिन भगवान श्रीराम हनुमान जी की पूजा करने से जीवन में आ रहे सभी संकट दूर होते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि ज्येष्ठ माह में दूसरा बड़ा मंगल कब है।
दूसरा बड़ा मंगल कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर दूसरा बड़ा मंगल व्रत किया जाएगा। 20 मई को सुबह 05 बजकर 51 मिनट से अष्टमी तिथि शुरू होगी। वहीं, 21 मई को सुबह 04 बजकर 55 मिनट पर तिथि का समापन होगा।
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 05 मिनट से 04 बजकर 46 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 35 मिनट से 03 बजकर 29 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 07 बजकर 07 मिनट से 07 बजकर 27 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 38 मिनट तक
बड़े मंगल के दिन इस तरह करें हनुमान जी को प्रसन्न
बड़े मंगल के दिन सुबह स्नान करने के बाद हनुमानजी की पूजा करें। इसी समय चमेली के घी का दीपक जलाएं। हनुमान जी को पूजें। बूंदी और फल समेत आदि चीजों का भोग लगाएं। धार्मिक मान्यता है कि इस उपाय को बड़े मंगल के दिन करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और जीवन में आ रहे संकटों को दूर करते हैं।
सभी मुसीबत दूर हो जाएगी।
यदि आप लंबे समय से दुख और संकट से गुजर रहे हैं, तो बड़े मंगल के दिन हनुमान जी को नारियल चढ़ाएं। इस दौरान जीवन में सुख और शांति पाने का प्रयास करें। हनुमान चालीसा सुनें। इस उपाय को करने से सभी संकट दूर होते हैं और साधक पर हनुमान जी की कृपा बनी रहती है।
पूजा के दौरान इन मंत्रों का जप करें
1. अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम्
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् ।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।
2. ॐ ऐं ह्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः