Bahula Chaturthi 2025: बहुला चतुर्थी कब है? जानें तिथि, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और व्रत का महत्व

Bahula Chaturthi 2025: जानिए बहुला चतुर्थी व्रत की तारीख, पूजा विधि, मुहूर्त, महत्व और व्रत से जुड़ी जरूरी जानकारियां।

Bahula Chaturthi 2025: भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को बहुला चतुर्थी या बहुला चौथ कहा जाता है। यह पर्व विशेष रूप से संतान की रक्षा, दीर्घायु और समृद्धि के लिए मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं व्रत रखकर भगवान शिव, माता पार्वती, श्रीकृष्ण, भगवान गणेश, कार्तिकेय और गौ माता की पूजा करती हैं। वर्ष 2025 में Bahula Chaturthi 2025 व्रत 12 अगस्त, सोमवार को मनाया जाएगा।

Bahula Chaturthi 2025 तिथि और समय

बहुला चतुर्थी का धार्मिक महत्व

बहुला चतुर्थी व्रत को संतानवती स्त्रियों द्वारा संतान की सुरक्षा और समृद्ध जीवन के लिए रखा जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को श्रद्धा से करने पर संतान को आयु, स्वास्थ्य और सुरक्षा का वरदान प्राप्त होता है। इसके अलावा यह व्रत घर में धन-धान्य और सुख-शांति के आगमन का भी प्रतीक है।

बहुला चतुर्थी व्रत विधि

  1. ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।

  2. व्रत का संकल्प लें और पूजा स्थान को स्वच्छ कर पूजा सामग्री तैयार करें।

  3. भगवान शिव, पार्वती, श्रीकृष्ण, गणेश और कार्तिकेय की मिट्टी या धातु की मूर्तियां स्थापित करें।

  4. गाय और बछड़े की मूर्ति अथवा चित्र का विशेष पूजन करें।

  5. पूजन के दौरान “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः” मंत्र का जप करें।

  6. दूध व दूध से बनी चीजों का सेवन वर्जित होता है।

  7. शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण करें।

व्रत में क्या न खाएं?

गौ पूजा का महत्व

गाय को हिंदू धर्म में माता का दर्जा प्राप्त है। बहुला चतुर्थी पर गाय और उसके बछड़े की पूजा करना पुण्यदायी माना जाता है। यह पूजा जीवन से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और धार्मिक उन्नति और मानसिक शांति प्रदान करती है।

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