निज्जर, कनाडा का 10 लाख का इनामी: 1992 में पंजाब छोड़कर इसके संगठन ने पूर्व प्रधानमंत्री बेअंत सिंह की हत्या की।

निज्जर, कनाडा का 10 लाख का इनामी
ओटावा के हाउस ऑफ कॉमंस में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच एक संबंध बताया है। जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि जून में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में सिख समुदाय के नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या भारत सरकार के अधिकारियों ने की थी। कनाडाई एजेंसियां इसकी जांच कर रहे हैं।
भारत सरकार ने कनाडाई प्रधानमंत्री के बयान के बाद इन आरोपों को खारिज करते हुए कनाडाई सरकार को लताड़ लगाई है। भारत ने कहा कि ये आरोप निराधार और राजनीतिक हैं। ठीक ऐसे ही आरोप हमारे प्रधानमंत्री के सामने कनाडाई प्रधानमंत्री ने लगाए थे। हमने उसे भी सिरे से खारिज कर दिया था।
जैसा कि हरदीप निज्जर के पक्ष में जस्टिन ट्रूडो दिखता है, वह भारत के ४० सबसे बड़े आतंकियों की सूची में शामिल हो गया है। वह खालिस्तानी टाइगर फोर्स (KTF) नामक बदनाम आतंकी संगठन का सरगना था। 1995 में, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या इसी KTF के सदस्यों ने की थी। KTF का गठन जगतार सिंह तारा ने किया था। तारा को भी आतंकी घोषित किया जा चुका है। आज तक, ISI, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी, KTF का समर्थन कर रही है।
पंजाब के जालंधर जिले के भारसिंहपुरा गांव में जन्मा हरदीप सिंह निज्जर आतंकवाद फैलाना चाहता था। 1992 में, निज्जर, जो शुरू से बहुत उत्सुक था, कनाडा चला गया। उसके बाद वह गांव में कभी नहीं आया। तीन साल पहले, उसका पूरा परिवार भी कनाडा में सैटल हो गया था।
निज्जर, कनाडा में रहते हुए, प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के संपर्क में आया। पन्नू और निज्जर की मित्रता को इसी से समझा जा सकता है कि निज्जर की हत्या के बाद से पन्नू क्रोधित हो गया है और कनाडा में खालिस्तान और भारत के खिलाफ जनमत संग्रह करवाने का दावा कर रहा है।
31 जनवरी 2021 को हिंदू पुजारी पर हमला: NIA ने निज्जर समेत चार लोगों को 31 जनवरी 2021 को पंजाब के जालंधर में हिंदू पुजारी कमलदीप शर्मा की हत्या के मामले में चार्जशीट दी थी। तीन अन्य लोगों में कमलजीत शर्मा और राम सिंह भी शामिल थे, जिन्होंने निज्जर और उसके सहयोगी अर्शदीप सिंह उर्फ प्रभा के निर्देश पर पुजारी को गोली मार दी थी। इस हत्याकांड का उद्देश्य निज्जर पंजाब का माहौल बिगाड़ना था।
खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) में निज्जर का नाम अक्सर हरदीप सिंह निज्जर था। हाल ही में भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने ४० मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में निज्जर का नाम था। कनाडा के ब्रैंपटन शहर में खालिस्तान के लिए रिफरेंडम करवाने में उसका योगदान था।
निज्जर और उसके संगठन का नाम पंजाब में हिंसा और क्राइम के कई केसों में सामने आया था। इसके बाद वह वांटेड टेररिस्ट की सूची में शामिल हो गया।
कनाडा में निज्जर का सहयोगी है डल्ला KTF प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर, जो पिछले कई वर्षों से कनाडा में रहकर अपने आतंकी संगठन KTF को चलाता है। सितंबर 2020 में, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निज्जर को आतंकी घोषित किया। निज्जर की जालंधर के भारसिंहपुरा गांव की संपत्ति भी अधिग्रहण की गई।
निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। निज्जर का सहयोगी अर्शदीप डल्ला भी है, जो मोहाली में पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर और कई थानों पर ग्रेनेड अटैक करवाया था। डल्ला भी बाहर बैठा है।
निज्जर के संगठन को 7 महीने पहले आतंकी घोषित किया गया था। गृह मंत्रालय ने कहा, “खालिस्तान टाइगर फोर्स एक कट्टरपंथी संगठन है जिसका मकसद पंजाब में फिर आतंकवाद फैलाना है। इस संगठन का भी पंजाब में टारगेट किलिंग में हाथ है। ये संस्थाएं भारत की क्षेत्रीय अखंडता, एकता, राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को खतरा बनाती हैं।:”
18 जून को हुआ निज्जर का कत्ल हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून 2023 को कनाडा में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के सरी स्थित गुरुनानक सिख गुरुद्वारा के पास 2 अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी। निज्जर भी इस गुरुद्वारे की कमेटी का अध्यक्ष था।
घटना के समय वह अपनी कार में निज्जर गुरुद्वारे के बाहर पार्किंग में था। दो युवा मोटरसाइकिल पर आए और फायर करने लगे। निज्जर को कार से बाहर निकलने का समय नहीं मिला और वहीं मर गई।
आतंकी निज्जर को कनाडा में एक गुरुद्वारे के बाहर कार में मार डाला गया था।
आतंकी निज्जर को कनाडा में एक गुरुद्वारे के बाहर कार में मार डाला गया था।
निज्जर की मौत रिपुदमन मलिक की हत्या से हुई, 80 के दशक का बदनाम आतंकी। मलिक पर आरोप लगाया गया था कि वह एयर इंडिया की फ्लाइट AI-182 को उड़ाने की साजिश में शामिल था। NIA को मिली जानकारी के अनुसार, निज्जर को रिपुदमन मलिक के समर्थकों ने मारा था। यह दो खालिस्तानी संगठनों की शत्रुता का परिणाम था।
भारत ने कनाडा को घेर लिया
भारत सरकार ने कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो पर लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है। भारत के विदेश मंत्रालय ने एक जारी बयान में कहा कि हमने कनाडा के प्रधानमंत्री का उनकी संसद में दिया गया भाषण और उनके विदेश मंत्री का भाषण देखा है और उसे खारिज करते हैं। भारत सरकार पर कनाडा में हुई हिंसा के किसी भी घटना में संलिप्तता के आरोप बेतुके और प्रेरित हैं।
हमारे प्रधानमंत्री पर कनाडा के प्रधानमंत्री ने ऐसे ही आरोप लगाए थे, जो पूरी तरह से खारिज कर दिए गए। हम लोकतांत्रिक राजनीति करते हैं और कानून के शासन के प्रति दृढ़ प्रतिबद्ध हैं। खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं, जो कनाडा में रह रहे हैं और भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा बने हुए हैं. ऐसे निराधार आरोप लगाए जाते हैं।
लंबे समय से यह मामला कनाडाई सरकार की लापरवाही का विषय रहा है। कनाडाई राजनीतिक हस्तियों को ऐसे लोगों के प्रति खुले तौर पर सहानुभूति व्यक्त करना बहुत चिंताजनक है। हत्या, मानव तस्करी और संगठित अपराध सहित कनाडा में कई अवैध गतिविधियों की जगह है। हम भारत सरकार को इस घटना से जोड़ने की किसी भी कोशिश से इनकार करते हैं। हम कनाडा सरकार से अपने देश में सक्रिय सभी भारतविरोधी लोगों के खिलाफ जल्दी और प्रभावी कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं।
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