मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का संदेश; सूरजकुंड दिवाली मेला, व्यापार, कला और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का मंच

सूरजकुंड दिवाली मेला स्थानीय व्यापार, कला और संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रमुख आयोजन है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ‘लोकल फॉर वोकल’ के माध्यम से 2047 तक आत्मनिर्भर भारत बनने का संदेश दिया

सूरजकुंड में चल रहे दिवाली मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया। उन्होंने मेले को न केवल त्योहार का अवसर बल्कि स्थानीय व्यापार, कला और संस्कृति को बढ़ावा देने वाला मंच बताया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘लोकल फॉर वोकल’ अभियान की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि स्वदेशी उत्पादों के उपयोग से भारत वर्ष 2047 तक एक विकसित देश बन जाएगा।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए मेले की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि सूरजकुंड दिवाली मेला छोटे कारीगरों, बुनकरों और स्थानीय उत्पादकों को सही पहचान दिलाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। साथ ही यह ग्रामीण उत्पादों को शहरी उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का भी माध्यम है। हरियाणा सरकार की वन ब्लॉक वन प्रोडक्ट योजना के तहत स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के प्रयास जारी हैं।

स्वदेशी अपनाने और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का ‘लोकल फॉर वोकल’ नारा स्वतंत्रता संग्राम के स्वदेशी आंदोलन की तरह आज भी देश की आर्थिक समृद्धि का आधार है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे त्योहारों में स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें ताकि देश के युवा, कारीगर और छोटे उद्योग प्रोत्साहित हों।

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पर्यटन विभाग के सहयोग से आयोजित इस मेले में 467 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें से 100 से अधिक स्टॉल पहले दिन सजकर तैयार हो गए। दिवाली मेले का प्रवेश शुल्क 100 रुपये रखा गया है, जिसमें छात्रों के लिए 50 प्रतिशत छूट उपलब्ध है। मेले में चार प्रवेश द्वार बनाए गए हैं ताकि पर्यटकों की आवाजाही सुगम हो सके। छह दिन तक विभिन्न कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे, जिसमें पारंपरिक वाद्ययंत्र, नृत्य और लोकगीत शामिल हैं। मेले में फूड जोन में भारतीय पारंपरिक व्यंजनों का आनंद भी लिया जा सकेगा।

सहकारिता, विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान से देश स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। पर्यटन विभाग ने इसी कड़ी में मैंगो मेला, राखीगढ़ी मेला के बाद सूरजकुंड दिवाली मेला आयोजित किया है, जो स्वदेशी उत्पादों और स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने का एक प्रमुख मंच साबित हो रहा है।

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