CM Yogi Adityanath ने दिए सख्त निर्देश, ई-रिक्शा चालकों का वैरिफिकेशन हो और सड़क किनारे शराब की दुकानें न हों

CM Yogi Adityanath ने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। योगी ने बैठक में कहा कि सड़कों के किनारे शराब की दुकानें नहीं होनी चाहिए। उनका कहना था कि ई-रिक्शा चालकों को वैरिफिकेशन कराना चाहिए।
बैठक में CM Yogi Adityanath ने अफसरों को कड़े निर्देश दिए हैं। उनका कहना था कि हाईवे और एक्सप्रेसवे के किनारे शराब की दुकानें बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। उनका कहना था कि शराब की दुकानों के साइनेज अक्सर बहुत बड़े होते हैं, इसलिए इन्हें छोटा करना चाहिए। बिना परमिट की बसों को सड़कों पर नहीं चलना चाहिए। डग्गामार वाहनों और ओवरलोडेड ट्रकों को नियंत्रित करें। बिना परमिट के बाहर से आने वाले वाहनों को सीमा पर रोकें। लंबी दूरी के वाहनों पर दो ड्राइवर होना सुनिश्चित करें। उनका कहना था कि ई-रिक्शा चालकों को वैरिफिकेशन कराना चाहिए।
एनएचएआई सड़कों पर कैमरे लगें, ओवरब्रिज बनाएं
CM Yogi Adityanath ने कहा कि हाइवे और एक्सप्रेसवे पर क्रेन, पेट्रोलिंग वाहन और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाई जाएगी। उनका कहना था कि एनएचएआई की 93 सड़कों में से सिर्फ चार पर कैमरे लगाए गए हैं, बाकी सड़कों पर भी कैमरे लगाए जाएंगे। एनएचएआई की कई सड़कों पर फुटओवर ब्रिज की जरूरत है क्योंकि सड़क पार करते समय भी दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसे स्थान चिन्हित कर उनका भी निर्माण कराएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर सड़क सुरक्षा से संबंधित साइनेज अवश्य लगाएं।
जाम से छुटकारा पाने में सिविल पुलिस-होमगार्डों का भी सहयोग लें।
CM Yogi Adityanath ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में नाबालिग बच्चे ई-रिक्शा चला रहे हैं। इसे प्रभावी ढंग से नियंत्रित करें। सभी ई-रिक्शा चालकों की जांच करें। उनका कहना था कि जाम एक महत्वपूर्ण समस्या बनता जा रहा है। ट्रैफिक को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए राज्य में पर्याप्त मानव संसाधनों की उपलब्धता है। आवश्यकता पड़ने पर होमगार्ड, सिविल पुलिस और पीआरडी के जवानों को ट्रेनिंग देकर ट्रैफिक प्रबंधन को सुधारें। मुख्य बाजारों, अस्पतालों और स्कूलों के बाहर टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं। संबंधित विभागों के मंत्री, राज्य के अधिकारी, सभी मंडलायुक्त व जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर और पुलिस अधीक्षक बैठक में उपस्थित थे।