सीएम योगी का सपा पर तंज, बोले- नाम समाजवादी, काम तमंचावादी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को सपा पर सीधा हमला बोला। कहा इनका नाम समाजवादी, काम तमंचावादी और सोच परिवारवादी है। प्रदेश में पहले सरकारी भर्तियों में चाचा-भतीजे, बुआ-बबुआ व सैफई खानदान के नाम पर वसूली होती थी। अब कानपुर व उप्र में दंगे और बम नहीं, कांवड़ यात्रा में हर-हर और बम-बम गूंज रहा है। डबल इंजन की सरकार की ओर से मुफ्त राशन का डबल डोज गरीब को भूखा नहीं रहने दे रहा। जिले के शहजादपुर मैदान में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा में उत्साह से लबरेज दिखे। बोले, कानपुर, चित्रकूट व झांसी में डिफेंस कारिडोर में जब तोप और लड़ाकू विमान बनेंगे तो यहां के युवा इन पर बैठकर दुश्मन की सीमा पर गरजेंगे। उनका डंका बजेगा। उन्होंने मूसानगर स्थित मां मुक्ता देवी की पावन धरती को प्रणाम व अभिनंदन कर संबोधन शुरू किया।

कहा, 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में अराजकता की स्थिति थी, लेकिन अब देश में यहां की कानून-व्यवस्था नजीर है। बहू-बेटियां, किसान, व्यापारी, राहगीर सुरक्षित हैं। पहले की सरकारों में रास्ते में बमबाजी होती थी। आज निवेश में प्रदेश आगे बढ़ रहा, नौजवान रोजगार पा रहे। एक जिला-एक उत्पाद, स्वयं सहायता समूह में बेहतर काम से हर हाथ को काम मिला है। 2017 के बाद पांच लाख को नौकरी बिना भेदभाव के मिली। लघु उद्योगों में प्रदेश में 60 लाख लोगों को काम मिला।

पहले महामारी से कम भूख से ज्यादा लोग मरते थे। इस बार मोदी ने बीमारी व भूख दोनों से किसी को नहीं मरने देने की सोच को साकार किया। आपको राशन देने वाली सरकार चाहिए या राशन खाने वाली। बिजली मिल रही कि नहीं, आपके जिले में मेडिकल कालेज बन रहा कि नहीं जैसे सवालों से सीधे संवाद किया। कहा, 2017 तक प्रदेश में 12 मेडिकल कालेज थे। अब हर जिले में बन रहा। पूर्ववर्ती सरकार राहजनी करवाती थी, तमंचा फैक्ट्री लगवाती थी।

कोरोना प्रबंधन पर प्रधानमंत्री की तारीफ की

योगी ने कहा कि हम कोरोना काल में जी रहे हैं। पीएम मोदी ने जो प्रबंधन किया, उसकी दुनिया सराहना कर रही। जान है तो जहान है, जीवन व जीविका बचाने का नारा प्रधानमंत्री ने दिया। यह पहली बार हुआ है कि महामारी चल रही और सभी को वैक्सीन उपलब्ध करा प्रधानमंत्री ने हमें संकट से बचाया। लोगों से पूछा वैक्सीन की डोज लगवा लीं। बोले, जो दुष्प्रचार करते थे कि वैक्सीन नहीं लगवाएंगे, आज उनकी जान भी इसी ने बचाई।

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