एकादशी व्रत नियम: से पहले जानें 10 जरूरी नियम। जानिए क्या करें और क्या न करें एकादशी व्रत के दौरान ताकि मिले पूर्ण पुण्य और भगवान विष्णु का आशीर्वाद।
एकादशी व्रत नियम: सनातन धर्म में एकादशी तिथि का अत्यंत महत्व है। यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। इस दिन व्रत, ध्यान, जप और भक्ति के माध्यम से व्यक्ति आध्यात्मिक शुद्धि की ओर अग्रसर होता है। एकादशी केवल अन्न का त्याग कर देने मात्र से पूरा नहीं होता, बल्कि इस दिन कुछ विशेष नियमों और परहेजों का पालन करना भी जरूरी होता है।
अगर आप एकादशी व्रत रखने जा रहे हैं, तो इन 10 नियमों का पालन अवश्य करें ताकि व्रत का संपूर्ण पुण्य और फल प्राप्त हो सके।
10 जरूरी एकादशी व्रत नियम (Ekadashi Vrat Ke Niyam)
-
चावल का सेवन न करें
एकादशी के दिन चावल खाने की मनाही है। मान्यता है कि चावल में उस दिन नकारात्मक ऊर्जा होती है जो व्रत के प्रभाव को कम कर सकती है। -
मांस, मछली, शराब और तामसिक चीजों से परहेज करें
यह दिन सात्विकता और संयम का होता है। तामसिक भोजन मानसिक अशांति और व्रत की शुद्धता को भंग करता है। -
झूठ न बोलें और झगड़ा न करें
वाणी पर संयम एकादशी व्रत का मूल तत्व है। कटुता, झगड़ा और छल-कपट से बचें। -
क्रोध न करें
एकादशी के दिन गुस्सा करना पुण्य की हानि कर सकता है। इस दिन शांत, विनम्र और सरल रहना चाहिए। -
तुलसी के पत्ते न तोड़ें
तुलसी माता इस दिन उपवास करती हैं, इसलिए एकादशी पर तुलसी दल तोड़ना वर्जित होता है। -
दिन में न सोएं
एकादशी व्रत करने वालों को दिन में सोने की मनाही है। दिन में सोने से व्रत का आधा फल ही मिलता है। -
साधारण नमक का प्रयोग न करें
अगर व्रत में फलाहार ले रहे हैं, तो साधारण नमक के स्थान पर सेंधा नमक का ही प्रयोग करें। -
काले रंग के वस्त्र न पहनें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार काला रंग नकारात्मकता का प्रतीक है। एकादशी पर हल्के, उजले और शुभ रंगों के वस्त्र पहनें। -
घर को साफ-सुथरा रखें
स्वच्छता में ही देवताओं का वास होता है। घर और पूजा स्थान की सफाई करके सात्विकता को बनाए रखें। -
बुरी संगति और आदतों से दूर रहें
एकादशी पर जुआ, सट्टा या बुरे विचारों से दूर रहना चाहिए। मन को ईश्वर भक्ति और साधना में लगाएं।
also read:- हरियाली तीज 2025: व्रत से पहले जान लें ये 10 जरूरी नियम,…
