हर्बल सिगरेट क्या सच में सुरक्षित हैं? जानें हर्बल सिगरेट के स्वास्थ्य पर नुकसान, कैंसर का खतरा और फेफड़ों, दिल व ब्लड प्रेशर पर इसके प्रभाव।
पिछले कुछ सालों में धूम्रपान छोड़ने के इच्छुक लोगों के बीच हर्बल सिगरेट का चलन तेजी से बढ़ा है। इन सिगरेटों को तंबाकू-मुक्त और निकोटीन-मुक्त कहा जाता है, और लोग यह सोचकर इन्हें अपनाते हैं कि ये सामान्य सिगरेट की तुलना में सुरक्षित हैं। लेकिन क्या हर्बल सिगरेट सच में नुकसान नहीं पहुंचाती? आइए जानते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी।
हर्बल सिगरेट क्या होती हैं?
हर्बल सिगरेट में तंबाकू या निकोटीन नहीं होता। इसके स्थान पर कई तरह की जड़ी-बूटियां और पौधों की सामग्री मिलाई जाती है। इनमें आमतौर पर शामिल होती हैं:
- डैमियाना
- मुल्लेन
- जिनसेंग
- पुदीना
- लैवेंडर
- थाइम
- लौंग
- कोल्टस फूट
कई ब्रांड इन सिगरेटों को नेचुरल, सेफ और हेल्दी के रूप में मार्केट करते हैं और इन्हें फ्लेवर जैसे चेरी, वेनिला, और मेन्थॉल में भी उपलब्ध कराया जाता है। लेकिन कोई भी जड़ी-बूटियां जब जलती हैं तो धुआं हानिकारक रसायनों का स्रोत बन जाता है।
also read:- प्याज के फायदे: शरीर के इन 2 अंगों के लिए है बेहद फायदेमंद, जानें कैसे करता है प्रीबायोटिक्स का काम
क्या हर्बल सिगरेट से भी हो सकता है कैंसर?
कई लोग सोचते हैं कि हर्बल सिगरेट कम खतरनाक होती हैं क्योंकि इनमें निकोटीन नहीं होता। लेकिन वैज्ञानिक शोध इसके उलट बताते हैं। हर्बल सिगरेट के धुएं में भी पाए जाते हैं:
- टार
- कार्बन मोनोऑक्साइड
- फेनोलिक पदार्थ
- एरोमेटिक अमीन
- बैंजो पाइरीन
ये सभी तत्व कैंसर उत्पन्न करने वाले (Carcinogenic) माने जाते हैं। एक अध्ययन के अनुसार हर्बल सिगरेट के धुएं की म्यूटाजेनिक क्षमता सामान्य सिगरेट से भी ज्यादा होती है, जिससे डीएनए को नुकसान और कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
हर्बल सिगरेट से होने वाले नुकसान
फेफड़ों को नुकसान: धुएं में टार फेफड़ों में जमता है और सांस लेने की क्षमता को घटाता है।
कैंसर का खतरा: फेफड़े, गला और मुंह के कैंसर की संभावना बढ़ती है।
दिल और ब्लड प्रेशर की समस्या: कार्बन मोनोऑक्साइड खून में ऑक्सीजन की मात्रा कम कर देता है, जिससे हृदय रोग का खतरा होता है।
सांस संबंधी बीमारियां: लौंग या अन्य सुगंधित जड़ी-बूटियों का धुआं ब्रोंकाइटिस, निमोनिया जैसी बीमारियों को बढ़ा सकता है।
लत का खतरा: भले ही इनमें निकोटीन न हो, धूम्रपान की आदत बनी रहती है, जिससे व्यक्ति फिर से असली सिगरेट की ओर लौट सकता है।
For More English News: http://newz24india.in
Visit WhatsApp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029Vb4ZuKSLSmbVWNb1sx1x
