Kalashtami 2025: 20 फरवरी, 2025 को फाल्गुन मास की कालाष्टमी होगी। इस दिन भगवान शिव को पूरी तरह से पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
Kalashtami 2025: कालाष्टमी फरवरी महीने में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। ये व्रत कालभैरव, भगवान शिव का रूप है, को समर्पित है। इस दिन भगवान काल भैरव को पूरी तरह से पूजा जाता है। दृक पंचांग के अनुसार, 20 फरवरी को फाल्गुन मास की कालाष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान शिव को पूरी तरह से पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। आइए जानते हैं फाल्गुन कालाष्टमी का शुभ मुहूर्त, पूजा-विधि और पूजन सामग्री की लिस्ट-
फाल्गुन महीने में कालाष्टमी मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त 05:14 से 06:04
प्रातः सन्ध्या 05:39 ए एम से 06:55 ए एम
अभिजित मुहूर्त 12:12 पी एम से 12:58 पी एम
विजय मुहूर्त 14:28 पी एम से 15:14 पी एम
गोधूलि मुहूर्त 18:12 पी एम से 18:38 पी एम
सायाह्न सन्ध्या 18:15 पी एम से 19:31 पी एम
अमृत काल 04:27 ए एम, फरवरी 21 से 06:13 ए एम, फरवरी 21
निशिता मुहूर्त 00:09 ए एम, फरवरी 21 से 01:00 ए एम, फरवरी 21
सर्वार्थ सिद्धि योग 1:30 पी एम से 06:54 ए एम, फरवरी 21
रवि योग 06:55 ए एम से 1:30 पी एम
फाल्गुन कालाष्टमी पूजन की प्रक्रिया
- सुबह उठकर स्नान करें
- स्नान करने के बाद साफ-सफेद पहन लें
- शिव भगवान का अभिषेक करें
- मंदिर में एक दीपक जलाएं
- फिर शिव परिवार की विधिवत पूजा करें
- आखिर में भगवान शिव की आरती करें
- भोग लगाएं
- ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें
- अंत में क्षमा प्राथर्ना करें
फाल्गुन कालाष्टमी पूजन-सामग्री
- फल
- फूल
- धतूरा
- अक्षत
- धूपबत्ती
- गंगाजल
- बिल्वपत्र
- काला तिल
- सफेद फूल
- सफेद चंदन
- घी का दीपक
काल भैरव के मंत्र
ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नमः
ॐ कालभैरवाय नमः
ॐ श्री भैरवाय नमः