सकट चौथ व्रत आज यानी 21 जनवरी, शुक्रवार को है। भगवान श्रीगणेश को समर्पित सकट चौथ व्रत चंद्रमा को अर्घ्य देने के बद ही पूरा माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सकट चौथ के दिन व्रत रखने से संतान निरोगी, दीर्घायु और सुख-समृद्धि आती है। सकट चौथ को संकटा चौथ, तिलकुट चौथ या संकष्टी चतुर्थी नामों से भी जाना जाता है। क्या आप जानते हैं कि आखिर सकट चौथ व्रत में क्यों और कैसे दिया जाता है चंद्रमा को अर्घ्य और क्या हैं इसके लाभ-
सकट चौथ के दिन क्यों दिया जाता है चंद्रमा को अर्घ्य-
शास्त्रों के अनुसार, चंद्रमा को औषधियों का स्वामी और मन का कारक माना जाता है। चंद्रदेव की पूजा के दौरान महिलाएं संतान के दीर्घायु और निरोगी होने की कामना करती हैं। चंद्रमा को अर्घ्य देने से सौभाग्य का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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चंद्रमा को अर्घ्य देने के लाभ-
चांदी के पात्र में पानी में थोड़ा सा दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए। संध्याकाल में चंद्रमा को अर्ध्य देना काफी लाभप्रद होता है। चंद्रमा को अर्घ्य देने से मन में आ रहे समस्त नकारात्मक विचार, दुर्भावना और स्वास्थ्य को लाभ मिलता है। चंद्रमा को अर्घ्य देने से चंद्र की स्थिति भी मजबूत होती है।
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चंद्रमा को अर्घ्य देते वक्त इस मंत्र का करें जाप-
गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते।
गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेशप्रतिरूपक॥
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