Mahakumbh 2025: महाकुंभ का अंतिम स्नान कब होगा? यहां सही तारीख और शुभ मुहूर्त जानें

Mahakumbh 2025: महाकुंभ में अब तक 53 करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं और ये संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में महाकुंभ कब खत्म हो रहा है?
Mahakumbh 2025: 13 जनवरी से शुरू हुआ प्रयागराज का महाकुंभ अब धीरे-धीरे समाप्त होने वाला है। लाखों लोग हर दिन महाकुंभ में स्नान करते हैं; 13 फरवरी से अब तक, 53 करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान किया है। महाकुंभ पर संगम स्नान बहुत शुभ है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाकुंभ में गंगा और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और मृत्यु के बाद मोक्ष मिलता है।
कब समाप्त होगा?
महाकुंभ में विधिपूर्वक स्नान करने से अश्वमेध यज्ञ की तरह पुण्य मिलता है। महाकुंभ पौष पूर्णिमा को शुरू हुआ था और फाल्गुन की चतुर्दशी, यानी 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर समाप्त होगा। यह दिन ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 05.09 से 05.59 बजे तक है, गोधूलि मुहूर्त शाम 06.16 बजे से शाम 06.42 बजे तक है। वही, निशिता मुहूर्त रात्रि 12.09 से 12.59 बजे तक रहेगा।
पवित्र स्नान के नियम
महाकुंभ में स्नान के दौरान जातक को गंगा में पैर डालने से पहले मां को प्रणाम करना चाहिए। फिर 5 बार पवित्र डुबकी लगानी चाहिए। इसके बाद मां गंगा को प्रणाम करें और सूर्य देव व अपने पितरों को जल दें। इसके बाद मां गंगा की धूप आरती करें। इसके बाद श्रद्धानुसार गरीबों व जरुरतमंद अन्न व धन का दान करना चाहिए। मान्यता है कि दान करने से जातक के जीवन में कभी भी किसी चीज की कमी नहीं रहेगी।