महामारी के आ सकते है कई और वैरिएंट्स, WHO की चीफ साइंटिस्ट ने की रिसर्च

कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया और और हर तरफ इसके घातक असर देखने को भी मिले। भले ही वर्तमान समय में इसकी रफ्तार धीमी पड़ गई हो लेकिन यह पूरी तरीके से खत्म नहीं हो पाया है। विश्व स्वास्थ संगठन वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने शुक्रवार को एक कांफ्रेंस में कहा कि कोविड-19 महामारी अभी तक दुनिया से पूरी तरीके से खत्म नहीं हुई है उन्होंने कहा कि अभी कोरोना के और नए वेरिएंट आने की आशंका है। आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के वैक्सीन के निर्माण करने वाली फैसिलिटी का जायजा लेने के लिए पहुंचे WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधनम घेब्रेसस के साथ स्वामीनाथन ने वहां की मीडिया से बातचीत के दौरान कहां की हमने वायरस के उत्पत्ति, वायरस के म्यूटेशन यानी रूप को बदलते देखा है इसलिए हम जानते हैं कि भविष्य में और भी वेरिएंट्स होंगे। स्वामीनाथन ने आगे कहा कि महामारी खत्म होने की अफवाहों पर भरोसा करके सतर्क रहना ना छोड़िए, यह कोरोनावायरस का नया वेरियेंट कभी भी कहीं भी पैदा हो सकते हैं और हम एक बार फिर उसी स्थिति में लौट सकते हैं जहां पर हमने अपनों को लगातार मरते देखा है इसके मद्देनजर हमें अभी भी पूरी तरह से एहतियात बरतने की जरूरत है, हम उम्मीद करते हैं कि 2022 के अंत तक हम बेहतर स्थिति में आ जाएंगे। बातचीत के दौरान स्वामीनाथन ने आगे बताया कि जब दुनिया में कोरोना संक्रमितो का आंकड़ा सिर्फ 100 तक पहुंचा था तभी डब्ल्यूएचओ की ओर से एक चेतावनी दी गई थी लेकिन उस समय किसी भी देश ने हमारी चेतावनी को उतनी गंभीरता से नहीं लिया अगर सभी देशों ने उस वक्त उपयुक्त कदम उठाए होते तो अब तक हम जिस नुकसान को झेल रहे हैं शायद यह इतना अधिक ना हो पाता। उन्होंने आगे कहा कि हमने देखा है कि अमेरिका और यूरोप में कोरोना ने किस तरह तबाही मचाई, ऐसे में हमारी एक छोटी सी लापरवाही एक बड़ा भयावह दौर वापस ला सकती है तो हमें इस बात का पूरा ध्यान रखना होगा कि अफ्रीकी देशों की 85 फ़ीसदी आबादी को अभी भी कोरोना का एक टीका भी नहीं लगा और यही कोरोनावायरस के फैलने के लिए जिम्मेदार भी साबित हो सकता है।

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