Masan Holi 2025: मणिकर्णिका घाट पर 11 मार्च मंगलवार को चिता भस्म की होली होगी।
Masan Holi 2025: मणिकर्णिका घाट पर 11 मार्च मंगलवार को चिता भस्म की होली होगी। रंगभरी एकादशी के दिन बाबा विश्वनाथ माता पार्वती का गौना कराकर अपने धाम को काशी लाते हैं, जिसकी काशी में मान्यता है। जो उत्सव की तरह मनाया जाता है
इस उत्सव में देवी, देवता, यक्ष, गन्धर्व और मनुष्य शामिल हैं। लेकिन बाबा ने स्वयं भूत, प्रेत, पिशाच और किन्नरों को मनुष्यों के बीच जाने से रोका है। बाबा चिता भस्म की होली उनके साथ खेलते हैं। माना जाता है कि बाबा दोपहर में स्नान करने के लिए मणिकर्णिका तीर्थ पर जाते हैं। स्नान करने के बाद वह चिता भस्म से होली खेलते है, जिसमें भूत-प्रेत, पिशाच, किन्नर और अदृश्य शक्तियाँ शामिल हैं। गुलशन कपूर ने बताया कि मणिकर्णिका घाट पर जलती चिताओं के बीच इसे मनाया जाता है। इसमें पं. विजय शंकर पाण्डेय, संजय प्रसाद गुप्ता, करन जायसवाल, दीपक तिवारी और हंसराज चौरसिया शामिल थे।
आमजन, मसान की होली में न आएं: न्यास
विश्व वैदिक सनातन न्यास के पदाधिकारियों ने मंगलवार को डीएम एस. राजलिंगम और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल को ज्ञापन दिया। कहा कि श्मशान पर चिताभस्म की होली सिर्फ अघोरियों, नागा साधुओं एवं किन्नरों के लिए है। कुछ लोग इसे इवेंट का रूप देकर युवकों-युतियों को भरमा रहे हैं। संतोष सिंह, अश्विनी त्रिपाठी, अनिल मिश्रा, राजेश्वर शुक्ला, विकाश, पंकज ने ज्ञापन दिया।