Masik Shivaratri 2025: यदि आप इन चीजों को मासिक शिवरात्रि के दिन दान करें तो शादी में बाधा दूर हो जाएगी!

Masik Shivaratri Vrat: मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस दिन किए गए दान और उपाय, खासकर वैवाहिक जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने और शीघ्र विवाह की कामना को पूरा करने के लिए, बहुत लाभदायी होते हैं।

Masik Shivaratri 2025 Daan Importance: हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि बहुत उत्साह से मनाई जाती है। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है, इसलिए शिवभक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन माता पार्वती और भगवान शिव की एक साथ पूजा करने से उनका आशीर्वाद मिलता है। भक्तों को इस दिन पूजा और व्रत करने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह दिन अविवाहित युवक-युवतियों के लिए विशेष महत्वपूर्ण है।

माना जाता है कि भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करके मनचाहे जीवनसाथी को मिलता है। इस दिन विवाहित जोड़े व्रत रखते हैं और अपने वैवाहिक जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। मासिक शिवरात्रि पर दान करने से शादी में बाधा दूर हो सकती है।

25 मई को वैदिक पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह की चतुर्दशी तिथि होगी, जो दोपहर 03 बजकर 51 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, तिथि 26 मई को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में 25 मई को मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। रात 11 बजे 58 मिनट से 12 बजे 38 मिनट तक शिवजी की पूजा करने का शुभ मुहूर्त है। इस दौरान किसी भी समय पूजा कर सकते हैं।

इन चीजों को दान करें

सफेद वस्त्र: सफेद चंद्रमा, शांति और पवित्रता का प्रतीक है। चंद्रमा मन, प्रेम और विवाह को प्रभावित करता है। सफेद कपड़े दान करने से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है, जो विवाह में आने वाली मानसिक बाधाओं और निर्णय से बचाता है। किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को सफेद वस्त्र दान करें।

चावल और दूध (अन्न): भगवान शिव को दूध और चावल दोनों ही सात्विक माना जाता है। माना जाता है कि सबसे बड़ा दान अनाज है। मंदिर, गरीबों या ब्राह्मणों को भोजन दें। चावल का दान विशेष रूप से विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करता है।
रुद्राक्ष: शिव भगवान का रुद्राक्ष प्रतीक है। दान करना भगवान शिव को प्रसन्न करने के समान है। यह नकारात्मक भावनाओं को दूर करता है और रिश्ते में स्थिरता लाता है। किसी शिव भक्त, साधु या योग्य व्यक्ति को रुद्राक्ष दान करें।

घी: घी समृद्धि और शुद्धता का प्रतीक है। दान करने से घर में सकारात्मकता आती है और रिश्तों में मधुरता बनी रहती है। आप मंदिर में दान कर सकते हैं या किसी गरीब परिवार को।

मीठा भोजन (मिठाई या खीर): भगवान शिव मीठा खाते हैं। इस दिन मिठाई या खीर को प्रसाद के रूप में देने से संबंधों में मधुरता आती है और दाम्पत्य जीवन खुशहाल होता है। मंदिर, बच्चों या गरीबों में प्रसाद के रूप में बांटें।

श्रृंगार सामग्री (विवाहित महिलाओं के लिए): विवाहित महिलाएं माता पार्वती को श्रृंगार सामग्री दे सकती हैं और फिर उन्हें किसी सुहागिन महिला को दे सकती हैं। इससे वे खुश रहते हैं और अपने वैवाहिक जीवन में खुशी रखते हैं।

काले तिल (शनि और राहु दोष निवारण हेतु): काले तिल का दान करना फायदेमंद हो सकता है अगर शादी में बाधा शनि या राहु से संबंधित है। शिव का एक रूप भगवान भैरव भी शनि से जुड़ा हुआ है। जरूरतमंद व्यक्ति को या जल में प्रवाहित करें।

दान करते समय ये बातें याद रखें

मासिक शिवरात्रि के दिन दान करते समय हमेशा पूरी श्रद्धा से करना चाहिए। दिखावे के लिए दान फलदायी नहीं होता। दान को छिपाकर करना अधिक शुभ माना जाता है। जरूरतमंद व्यक्ति को या जल में प्रवाहित करें। दान करते समय कोई अहंकार या नकारात्मकता न हो। इन उपायों और दानों के अलावा, मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती का विधिवत पूजन करना, जलाभिषेक करना (दूध, गंगाजल, शहद, दही, घी) और शिव मंत्रों का जाप करना (जैसे, “ॐ नमः शिवाय” या “गौरी शंकराय नमः”) भी शादी की बाधाओं को दूर करने में बहुत फायदेमंद होता है। अविवाहित कन्याएं इस दिन “ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा” मंत्र का जाप कर सकती हैं

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