पंजाब में बाढ़ से अब तक 3.88 लाख लोग प्रभावित, 23,206 लोगों को बचाया गया। 1.92 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद, 119 राहत शिविरों में 5,521 लोग आश्रित।
पंजाब में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। राज्य के राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने जानकारी दी है कि अब तक राज्यभर में 2,097 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं, और 3.88 लाख से अधिक लोग इस आपदा से प्रभावित हुए हैं।
अब तक 23,206 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
पिछले 24 घंटों में 191 और लोगों को बचाया गया, जिससे अब तक सुरक्षित निकाले गए लोगों की कुल संख्या 23,206 हो गई है। सबसे अधिक रेस्क्यू गुरदासपुर (5,581), फाजिल्का (4,254), फिरोजपुर (4,012) और अमृतसर (3,260) जिलों में हुआ है।
बाढ़ में अब तक 52 मौतें, 3 लोग अब भी लापता
बीते दिन लुधियाना में एक और मौत दर्ज की गई, जिससे राज्य में अब तक 52 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, पठानकोट में तीन लोग अभी भी लापता हैं।
फसल नुकसान: 1.92 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न
बाढ़ से 18 जिलों में कुल 1,91,926 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि प्रभावित हो चुकी है। इसमें सबसे ज़्यादा नुकसान गुरदासपुर (40,169 हेक्टेयर), अमृतसर (27,154 हेक्टेयर), फाजिल्का (19,037 हेक्टेयर) और पटियाला (17,404 हेक्टेयर) में दर्ज किया गया है।
also read: राहत नहीं, अपमान”: अमन अरोड़ा ने पीएम मोदी के राहत पैकेज…
राहत शिविरों में 5,521 लोगों को आश्रय
राज्य में वर्तमान में 119 राहत शिविर संचालित हो रहे हैं, जिनमें कुल 5,521 लोग रह रहे हैं। फ़ाजिल्का, होशियारपुर, बरनाला, मोगा और अमृतसर जैसे जिलों में बड़ी संख्या में लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।
| जिला | शिविरों की संख्या | आश्रय पाने वाले लोग |
|---|---|---|
| फाजिल्का | 14 | 2,946 |
| बरनाला | 43 | 638 |
| होशियारपुर | 4 | 921 |
| मोगा | 3 | 155 |
| जालंधर | 18 | 453 |
राहत कार्यों में एनडीआरएफ, सेना, एयरफोर्स की भागीदारी
बचाव और राहत कार्यों में NDRF की 18 टीमें, SDRF की 2 टीमें, सेना के 21 कॉलम, और 30 से अधिक हेलीकॉप्टर शामिल हैं। बीएसएफ की टीमें फिरोजपुर क्षेत्र में सक्रिय हैं। 178 नावों की मदद से ग्रामीण क्षेत्रों में राहत सामग्री और लोगों को पहुंचाया जा रहा है।
पंजाब में बाढ़ राहत कार्य युद्धस्तर पर
पंजाब सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि, बिगड़ते हालात और लगातार हो रहे फसल नुकसान को देखते हुए राज्य को और अधिक केंद्रीय सहायता की आवश्यकता हो सकती है। किसानों के लिए मुआवजे और पुनर्वास योजनाओं को जल्द शुरू करने की मांग भी बढ़ रही है।
For English News: http://newz24india.in
Visit WhatsApp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029Vb4ZuKSLSmbVWNb1sx1x
