राजस्थान सरकार ने बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण योजना ‘मुख्यमंत्री लाडली बेटी योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में आर्थिक सहायता प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
लाडली बेटी योजना के तहत आर्थिक सहायता के विभिन्न चरण
यह योजना केवल आर्थिक मदद तक सीमित नहीं है, बल्कि बेटियों के प्रति सम्मान और समानता को बढ़ावा देने का भी माध्यम है। योजना के तहत लड़की के जन्म से लेकर उच्च शिक्षा या विवाह तक वित्तीय सहायता दी जाएगी:
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जन्म के समय पहली किश्त: लड़की के जन्म पर प्रारंभिक खर्चों में सहायता।
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शिक्षा के दौरान किश्तें: प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर आर्थिक मदद।
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अंतिम किश्त: 12वीं पास करने या स्नातक की पढ़ाई पूरी करने पर दी जाएगी, जो आगे की पढ़ाई या विवाह में सहायक होगी।
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लाभार्थी और आवेदन प्रक्रिया
इस योजना का लाभ राजस्थान की मूल निवासी लड़कियों को मिलेगा, खासकर परिवार की पहली और दूसरी बेटी को। परिवार की वार्षिक आय सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों के भीतर होनी चाहिए।
आवेदन स्थानीय पंचायत, ब्लॉक कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से सरल तरीके से किया जा सकता है। आवश्यक दस्तावेजों में जन्म प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र शामिल हैं।
सामाजिक बदलाव और महिला सशक्तिकरण
मुख्यमंत्री लाडली बेटी योजना न केवल आर्थिक सहायता देती है, बल्कि बाल विवाह और भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथाओं को रोकने में भी अहम भूमिका निभाएगी। यह योजना महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम है, जिससे राजस्थान में बेटियों का सम्मान और विकास सुनिश्चित होगा।
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