निमोनिया में नहाना चाहिए या नहीं? जानिए एक्सपर्ट की सलाह और जरूरी टिप्स

निमोनिया में नहाना चाहिए या नहीं? जानें हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय, गुनगुने पानी से नहाने के फायदे और फास्ट रिकवरी के लिए जरूरी सावधानियां।

निमोनिया में नहाना चाहिए या नहीं: निमोनिया एक गंभीर फेफड़ों की बीमारी है, जिसमें फेफड़ों में संक्रमण के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है। ऐसे में अक्सर मरीज और उनके परिवार वाले सोचते हैं कि क्या निमोनिया में नहाना सेहत के लिए ठीक है या नहीं। इस लेख में हम इस सवाल का जवाब हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह के साथ देंगे और बताएंगे कि निमोनिया में नहाने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

क्या निमोनिया में नहाना सुरक्षित है?

शारदा अस्पताल के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डॉक्टर देवेंद्र कुमार सिंह के अनुसार, निमोनिया से पीड़ित मरीजों को गुनगुने पानी से नहाना सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है। गुनगुने पानी से नहाने पर फेफड़ों को आराम मिलता है और सांस लेने में थोड़ी राहत महसूस होती है। साथ ही, इससे त्वचा भी साफ रहती है और संक्रमण का खतरा कम हो सकता है।

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किन बातों का रखें ध्यान?

गुनगुना पानी इस्तेमाल करें: ज्यादा ठंडे या बहुत गर्म पानी से नहाने से बचें क्योंकि इससे शरीर पर अनावश्यक तनाव पड़ सकता है।

अधिक देर तक नहाएं नहीं: लंबा नहाना शरीर को ठंडा कर सकता है, जो निमोनिया के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है।

साफ-सफाई का खास ध्यान: निमोनिया के दौरान संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए नहाने के बाद कपड़े पूरी तरह साफ और सूखे होने चाहिए।

निमोनिया में क्या और करें?

डॉक्टरों का कहना है कि निमोनिया से जल्दी ठीक होने के लिए मरीजों को गर्म पानी पीना चाहिए, भाप लेना चाहिए और गर्म सूप का सेवन करना चाहिए। ये उपाय फेफड़ों को साफ करने में मदद करते हैं और संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं।

बुरी आदतों से बचाव जरूरी

निमोनिया के दौरान धूम्रपान और शराब जैसे नशे से दूर रहना बहुत जरूरी है। ये आदतें फेफड़ों को और ज्यादा कमजोर कर सकती हैं और बीमारी को गंभीर बना सकती हैं। इसलिए जल्दी ठीक होने के लिए पूरी तरह से आराम करें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयां लें।

कब करें डॉक्टर से संपर्क?

अगर निमोनिया के लक्षण जैसे तेज बुखार, सांस लेने में अत्यधिक तकलीफ, छाती में दर्द या लगातार खांसी बनी रहे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बिना डॉक्टर की सलाह दवाएं न लें और खुद से किसी भी तरह के उपचार की कोशिश न करें।

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