स्वास्थ्य

Fatty Liver Ayurvedic Treatment: फैटी लिवर का क्या है आयुर्वेदिक इलाज, फैटी लिवर को दूर करने के लिए क्या खाना चाहिए? जानिए

Fatty Liver Ayurvedic Treatment: महानगरों में रहने वाले लोग तेजी से फैटी लिवर का शिकार हो रहे है। जिसकी सबसे बड़ी वजह खराब लाइफस्टाइल माना जाता है।

Fatty Liver Ayurvedic Treatment: आयुर्वेद में सारी बीमारियों की जड़ तीन दोष वात, पित्त और कफ को माना जाता है। आयुर्वेद शरीर को स्वस्थ रखने का सिद्धांत है। दवाएं ही नहीं, आपकी जीवनशैली भी रोगों को दूर कर सकती है। फैटी लिवर भी एक समस्या है जिसे लाइफस्टाइल में सुधार कर ठीक किया जा सकता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा फैटी लिवर को ठीक करने के लिए शरीर के तीन दोषों को ठीक करती है। इसके अलावा, स्वस्थ जीवनशैली और स्वस्थ भोजन से लिवर स्वस्थ रहता है।

आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आयुर्वेदिक शोधन चिकित्सा फैटी लीवर का इलाज है। पित्त की विकृति, जिसमें विरेचन होता है, को फैटी लीवर कहा जाता है। विरेचन पित्त को कम करता है और शरीर को डिटॉक्स करता है। फैटी लिवर में विरेचन असरदार होता है। पंचकर्म भी फैटी लिवर को ठीक करने में प्रभावी है।

फैटी लिवर के लिए आयुर्वेदिक इलाज

आंवला- आंवला फैटी लिवर में काम करता है। आपको दिन में तीन बार चार ग्राम सूखे आंवले का चूर्ण पानी के साथ लेना चाहिए। इससे महीने भर में फैटी लिवर को राहत मिलेगी। आंवला में विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, जो लिवर फंक्शन को बेहतर बनाते हैं।

छाछ- आयुर्वेद में दही से अधिक छाछ अच्छी है। दोपहर को छाछ खाने से फायदा होगा। हींग, काला नमक, जीरा और काली मिर्च को छाछ में मिलाकर ले सकते हैं। इसे फैटी लिवर में आराम मिलेगा।

ग्रीन टी- रोजाना ग्रीन टी पीने से लिवर में बढ़ने वाला फैट भी कम हो सकता है। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो लिवर की क्षमता को बढ़ाते हैं। इसलिए हर दिन ग्रीन टी पीना चाहिए।

करेला– फैटी लिवर वाले लोगों को करेला खाना चाहिए। इससे फैटी लीवर की समस्या नहीं होगी। करेला में मौजूद तत्व फैटी लीवर से बचाते हैं। फैटी लिवर के मरीज को करेले की सब्जी और करेले का जूस पीना चाहिए।

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