यमुना नदी का जलस्तर दिल्ली में खतरे के निशान के करीब, हथनीकुंड बैराज से भारी पानी छोड़ा गया

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। हथनीकुंड बैराज से भारी पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है।

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना नदी मिनी फ्लड की स्थिति में पहुंच चुकी है। सिंचाई विभाग ने इसे गंभीर मानते हुए राजधानी में बाढ़ की संभावना जताई है।

हथनीकुंड बैराज से पानी का रिकॉर्ड स्तर पर डिस्चार्ज

रविवार को हथनीकुंड बैराज पर पानी का स्तर 1 लाख 9 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया, जिसके बाद बैराज के सभी 18 गेट खोल दिए गए। इसके साथ ही पश्चिमी और पूर्वी यमुना के गेट बंद कर दिए गए हैं। अब तक यहां से लगभग डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा चुका है, जिससे यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।

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दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा, खतरे के निशान के करीब

दिल्ली में रविवार से लगातार बारिश हो रही है, जिससे यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। सोमवार सुबह 7 बजे यमुना नदी का जलस्तर 204.80 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। सुबह 8 बजे तक जलस्तर लगभग 205 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के करीब है। हथनीकुंड से 58,282 क्यूसेक, वजीराबाद से 36,170 क्यूसेक और ओखला बैराज से 68,025 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

प्रशासन ने जारी किया बाढ़ अलर्ट, निचले इलाकों में सतर्कता

प्रशासन ने आईटीओ घाट, मयूर विहार, गीता कॉलोनी और कश्मीरी गेट जैसे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बताते हुए अलर्ट जारी किया है। राहत और बचाव दलों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर नदी का जलस्तर इसी गति से बढ़ता रहा तो अगले 24 से 48 घंटे में यमुना का स्तर और ऊपर जा सकता है।

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