इस आयुर्वेदिक औषधि का ज्यादा सेवन बन सकता है घातक

आयुर्वेद के जानकार सदियों से ऐसी जड़ी-बूटियों के बारे में बताते आ रहे हैं, जो आपको सेहतमंद बनाए रखने के अलावा आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बेहतर करती हैं। ऐसी ही एक जड़ी-बूटी है, गिलोय। गिलोय को संस्कृत में अमृता के नाम से भी जाना जाता है। जाहिर है इसका कारण भी गिलोय के फायदे ही होंगे। इसके अलावा वैज्ञानिक इसे टिनोस्पोरा कार्डिफोलिया के नाम से जानते हैं।

गिलोय के फायदों को अगर विशेषज्ञ की नजरिए से देखें तो उनके मुताबिक यह 100 समस्याओं की एक दवा है। गिलोय के सेवन से आपकी पाचन शक्ति, फेफड़ों की कार्यक्षमता तो बेहतर होती ही है साथ ही इससे आपका इम्यून सिस्टम भी मजबूत बनता है। यही कारण है कि साल 2020 में कोरोना के दौरान गिलोय ने अच्छी खासी लोकप्रियता हासिल कर ली। लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं जिनके बारे में लोग नहीं जानते।

अगर आप जरुरत से ज्यादा मात्रा में गिलोय का सेवन करते हैं तो आपको गिलोय के नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं। आइये जानते हैं कि गिलोय के नुकसान क्या हैं और किन परिस्थितयों में गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए।

कब्ज की समस्या
वैसे तो गिलोय पाचन स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में काफी प्रभावी होता है लेकिन कभी-कभी पेट को यह नुकसान भी पहुंचाता है। इसका सेवन आप चाहे जैसे भी करें इससे कब्ज की समस्या हो सकती है। गिलोय के सेवनसे जब कब्ज या पेट में जलन की समस्या महसूस हो तो डॉक्टर से जरूर मिलें।

पेट संबंधित रोग में ना करें सेवन
किसी भी तरह का पेट से संबंधित कोई समस्या होए तो गिलोय का सेवन करने से बचना चाहिए। गिलोय अपच की समस्या को बढ़ा सकता है। अपच के कारण पेट में दर्द और मरोड़ की शिकायत हो सकती है।

ब्‍लड शुगर का स्‍तर को करे प्रभावित
गिलोय स्वास्थ्य के लिए विभिन्न कारणों से अच्छा होता है लेकिन कुछ मामलों में यह समान रूप से हानिकारक भी होता है। जिन लोगों को रक्त शर्करा के स्तर से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं हैं, उन्हें पूरी तरह से इस हर्ब के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को और भी ज्यादा प्रभावित कर सकता है। गिलोय रक्त शर्करा के स्तर को काफी कम कर देता है। ऐसे में आपको लो ब्लड शुगर लेवल होने से कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के होने का खतरा पैदा हो सकता है। डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही गिलोय का सेवन करें।

प्रेग्नेंसी में ना करें गिलोय का सेवन
गर्भावस्था में या फिर स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी गिलोय का सेवन कम करना चाहिए। इससे शरीर पर नकारात्‍मक असर पड़ता है। सर्जरी हुई है या सर्जरी करवानी है तो भी इसे इस्तेमाल करने से बचें। इससे ब्‍लड शुगर प्रभावित होता है। ऐसे में सर्जरी का घाव सूखने में काफी परेशानी या समय लग सकता है। ऐसा इसलिए होता हैए क्योंकि गिलोय का रक्त शर्करा के स्तर पर कुछ अवांछित दुष्प्रभाव होते हैंए जो सर्जरी के दौरान और बाद में रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित कर सकता है। इससे सर्जरी से जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है। सर्जरी से पहले और बाद में कुछ हफ्तों तक गिलोय के सेवन से बचना ही सबसे बेहतर विकल्प है।

 

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