UP News: सीएम योगी को अवधेशानंद गिरि ने बधाई दी और कहा कि विश्व के लिए यह महाकुंभ चमत्कार सिद्ध हुआ।

UP News: जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरि ने महाकुंभ में अब तक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 50 करोड़ से अधिक होने पर कहा कि यह एक अभूतपूर्व समाचार है और सीएम योगी आदित्यनाथ को इसके लिए बधाई दी।
UP News: जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरि ने महाकुंभ में अब तक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 50 करोड़ से अधिक होने पर कहा कि यह एक अभूतपूर्व समाचार है और सीएम योगी आदित्यनाथ को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह कुम्भ मानवता की धरोहर बन गया है क्योंकि यह अखंड, प्रचंड पुरुषार्थ और पराक्रम, धैर्य और दूरदृष्टि के कारण दिव्यतम और उच्चतम प्रतिमान बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रतिबद्धता से यह महाकुंभ दुनिया भर में एक चमत्कार बन गया है।
महाकुंभ की दिव्यता और शान पहले कभी नहीं हुई थी। CM के नेतृत्व में शासन-प्रशासन ने अविश्वसनीय काम किया है। शासन-प्रशासन की संवेदनशीलता इस कुंभ में दिखाई दी। विश्व भर में कुंभ का सम्मान हुआ। हाल ही में यूनेस्को ने इसे सांस्कृतिक अमूर्त धरोहर घोषित किया है।
जूना अखाड़े के प्रमुख आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज जी ने प्रयागराज महाकुम्भ में 50 करोड़ श्रद्धालुओं की संख्या पार करने पर माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ और सरकार को साधुवाद दिया है।
33वें दिन संगम स्नान करने वालों की संख्या 50 करोड़ से अधिक हो गई है।
50 करोड़ लोग महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। यह स्वयं एक रिकॉर्ड है। इससे पहले, महाकुंभ में इतनी बड़ी संख्या में लोग स्नान नहीं करते थे। विशेष बात यह है कि मेला अवधि पूरी होने से पहले ही 50 करोड़ का आंकड़ा पार हो गया है। 26 फरवरी तक मेला जारी रहेगा। उस दिन महाशिवरात्रि स्नान होना है। अभी 12 दिन बचे हुए हैं। महाशिवरात्रि तक लगभग 60 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान लगाया जा रहा है।
यह प्राचीन काल में आस्था का प्रतीक है: CM योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया एक्स पर बताया कि प्रयागराज की पावन त्रिवेणी में अब तक 50 करोड़ से अधिक लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, जो भारत की आध्यात्मिकता, एकात्मता, समता और समरसता का जीवंत प्रतीक है महाकुम्भ 2025। यह सनातन के प्रति लगातार बढ़ती आस्था का संकेत है। वास्तव में, भारत की जनता की आस्था का यह अमृतकाल है। एकता और आस्था के इस ‘महायज्ञ’ में पवित्र स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त करने वाले सभी पूज्य साधु-संतों, धर्माचार्यों, कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन!
भारत की आध्यात्मिकता, एकात्मता, समता और समरसता के जीवंत प्रतीक महाकुम्भ 2025, प्रयागराज में अब तक पावन त्रिवेणी में 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
भारत की कुल जनसंख्या में 110 करोड़ नागरिक सनातन धर्मावलंबी हैं और उसमें से 50 करोड़ से अधिक नागरिकों…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 14, 2025