Vastu Tips: घर के मुख्य द्वार से जुड़े कुछ नियमों का ध्यान रखना आपको वास्तु दोष से बचाने में मदद कर सकता है। आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का मुख्य द्वार कैसा होना चाहिए
Vastu Tips: घर का मुख्य दरवाजा बहुत महत्वपूर्ण है। घर का मुख्य द्वार प्रवेश द्वार माना जाता है। मुख्य द्वार घर की ऊर्जा को प्रवाहित करता है। घर के मुख्य द्वार से जुड़े कुछ नियमों का ध्यान रखना आपको वास्तु दोष से बचाने में मदद कर सकता है। आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का मुख्य द्वार कैसा होना चाहिए-
मुख्य द्वार पर वास्तु दोष से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखें
1. घर के मुख्य दरवाजे के आसपास बुकशेल्फ रखना अच्छा लग सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि यह घर के मुख्य दरवाजे के सामने नहीं होना चाहिए।
2. घर के मुख्य द्वार पर अंधेरा कभी नहीं होना चाहिए। यह सुनिश्चित करें कि आपके घर के मुख्य दरवाजे पर पर्याप्त रोशनी आती रहे।
3. मुख्य द्वार को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए, साथ ही अंतर्गत कूड़ा नहीं जमना चाहिए।
4. घर के मुख्य द्वार पर क्रिस्टल की बॉल लटकाएं अगर आपके मुख्य दरवाजे के बिल्कुल सामने किचन है. यह नेगेटिव ऊर्जा से बचेगा।
5. घर के मुख्य दरवाजे के बगल में कोई दूसरा दरवाजा नहीं होना चाहिए।
6. घर के मेन डोर के सामने अगर कोई खंभा है तो उस पर शीशा लगा देने से नेगेटिव एनर्जी से बचा जा सकता है।
7.ध्यान रखें कि आपके मेन डोर से किसी भी तरह की आवाज न आए। आवाज आने पर ऑयलिंग करके ठीक करा लें।
8. घर के मुख्य द्वार पर कभी भी जूते-चप्पल नहीं रखना चाहिए। वहीं, जूते-चप्पलों को हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा में ही उतरना चाहिए। ऐसा न करने पर घर में नेगेटिव एनर्जी बढ़ जाती है।