Vinayak Chaturthi 2025: विनायक चतुर्थी कब है और कैसे पूजा की जाती है? जानें यहाँ

Vinayak Chaturthi 2025: हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी बहुत महत्वपूर्ण है। हिंदू धर्म के लोगों के लिए यह दिन बहुत खास है। यह तिथि भगवान गणेश को समर्पित है।

Vinayak Chaturthi 2025: सनातन धर्म में विनायक चतुर्थी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह तिथि भगवान गणेश को समर्पित है। विनायक चतुर्थी प्रत्येक महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। भक्त इस दिन भगवान गणेश की पूजा करते हैं ताकि वे जीवन में आने वाली सभी बाधाओं और विघ्नों को दूर कर दें। भक्तों का कहना है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से उनकी हर मनोकामना पूरी होगी। यह दिन भी ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि का प्रतीक है।

विनायक चतुर्थी कब है?

हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 2 मार्च को रात 9 बजे शुरू होकर 3 मार्च की शाम 6 बजे तक रहेगी। उदया तिथि स्वीकृत होने के कारण यह तिथि 3 मार्च को मनाई जा रही है।

इस दिन पूजा कैसे की जाती है?

इस दिन जातक सुबह जल्दी उठकर साफ कपड़े पहनें। फिर गंगाजल से घर के मंदिर में भगवान गणेश को स्नान कराएं। पूजा के पहले ही व्रत का संकल्प लें। भगवान गणेश को फिर पंचामृत और फिर साफ जल से स्नान कराएं। इसके बाद भगवान गणेश को फूल, चंदन, रोली और कुमकुम से सजाओ। फिर मोदक और लड्डू दें। फिर भगवान गणेश के विभिन्न मंत्रों का जप करें, जैसे “ॐ गं गणपतये नमः” और “ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा”। फिर भगवान गणेश की आरती करें। दिन भर उपवास के बाद शाम को भोग लगाकर व्रत खोलें।

इन बातों का ध्यान रखें

याद रखें कि इस दिन किसी भी हाल में चंद्रमा के दर्शन नहीं करने चाहिए। साथ ही इस दिन बड़ों का अनादर भी न करें। तामसिक भोजन से भी दूर रहें।

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