जी हाँ, ज्यादा मात्रा में पालक खाना किडनी स्टोन बना सकता है। पालक में ऑक्सालेट की मात्रा अधिक होती है, जो कि एक प्रकार का खनिज है। ऑक्सालेट शरीर में कैल्शियम के साथ बंधकर पथरी बन सकता है। इसलिए, जिन लोगों को किडनी स्टोन की समस्या है, उन्हें पालक का सेवन कम करना चाहिए।
पालक के अन्य संभावित साइड इफेक्ट्स में शामिल हैं:
- गैस और सूजन: पालक में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो कि पाचन तंत्र में गैस और सूजन का कारण बन सकता है।
- कब्ज: पालक में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो कि कब्ज का कारण बन सकता है।
- लोहे की अधिकता: पालक में आयरन की मात्रा अधिक होती है। जिन लोगों को पहले से ही लोहे की अधिकता है, उन्हें पालक का सेवन कम करना चाहिए।
- रक्त को पतला करने वाली दवाओं के साथ प्रतिक्रिया: पालक में विटामिन K की मात्रा अधिक होती है, जो कि रक्त को पतला करने वाली दवाओं के प्रभाव को कम कर सकता है। इसलिए, अगर आप रक्त को पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं, तो आपको पालक का सेवन कम करना चाहिए।
पालक एक पौष्टिक सब्जी है, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। एक दिन में एक कप पकी हुई पालक का सेवन सुरक्षित माना जाता है।