जाने क्यों कर्नाटक ने Hookah Ban किया, और यह किस तरह से सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है
Hookah Ban
WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक में लगभग २३% लोग तंबाकू पीते हैं। इनमें से 10 प्रतिशत धूम्रपान करते हैं। इनमें से बहुत से लोग Hookah पीते हैं।
Hookah के बढ़ते क्रेज को देखते हुए, कर्नाटक में इसे बैन कर दिया गया है। राज्य में हुक्का युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो गया। शहरी क्षेत्रों में हुक्का बार की संख्या भी बढ़ रही है। हुक्का एक तरह का नशा है, जो लत बन जाता है। यही कारण है कि हुक्का सेहत के लिए इतना खतरनाक है कि इस पर प्रतिबंध लगाया गया है। Health Experts से जानें..।
Hookah कितना नुकसानदायक
Health Experts कहते हैं कि लोग लंबे समय से हुक्का पीते आ रहे हैं। इसका उपयोग तब ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक होता था। शहरों में हुक्का पिया जाता था, जिसमें तंबाकू मिलाया जाता था। इसमें सिगरेट की तरह ही निकोटीन और टार होता है, जो हानिकारक होते हैं (Hookah Side Effects)। सिगरेट की तरह इसमें भी निकोटीन होता है, जिसकी लत लगती है। इसलिए हुक्का पीने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। Health Experts ने कहा कि आजकल फ्लेवर वाला हुक्का आ गया है। लेकिन फ्लेवर हुक्का में भी चारकोल होता है, जिसका धुआं लंग्स में जाकर कैंसर का कारण बनता है, जो ज्यादातर लोगों को नुकसान नहीं लगता है।
Happy Hypoxia, अशोक गहलोत! यदि आप जानना चाहते हैं कि ये क्या है, तो पढ़ें।
हुक्का से कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं
फेसबुक और ट्विटर पर हमसे जुड़ें और अपडेट प्राप्त करें:
facebook-https://www.facebook.com/newz24india