दाना मंडी में किसानों की दुर्दशा
किसानों को मंडी में अपनी फसल लेने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं आढ़तियों और अन्य लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, स्थानीय दाना मंडी प्रबंधन द्वारा किए गए गलत प्रबंधों के कारण। ध्यान दें कि स्थानीय मंडी में धान की फसल से भूसा नहीं हटाने के कारण किसानों को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है, क्योंकि उनके पास साफ पेयजल और शौचालय नहीं हैं।
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किसान अमरीक सिंह, बलदेव सिंह, हरजीत सिंह रवि और मनजीत सिंह ने बताया कि मंडी समिति ने किसानों को कोई सुविधा नहीं दी है। बाथरूम में स्वच्छ पेयजल के अलावा कोई सुविधा नहीं है। रात में मंडी में अंधेरा होने से ट्रैक्टर-ट्रॉलियां टूटी सड़कों पर फंस जाती हैं, जहां उनकी फसलें भी चोरी होती हैं।
उन्हें बताया गया कि बाजार में कोई साफ-सफाई व्यवस्था नहीं है, इसलिए पानी कई दिनों तक जम जाता है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि मंडी में पहुंचने वाली फसल से निकलने वाले भूसे की बोली बहुत समय से नहीं हुई है, इसलिए मंडी की सड़कों पर भूसा और कचरा गिरा हुआ दिखाई देता है।
यह जानकारी देते हुए डीएम तरनतारन के अडिशनल चार्ज दीपक भाटिया ने कहा कि किसानों को बाजार में कोई समस्या नहीं होगी। उनका दावा था कि वे मंडी समिति से मंडी की व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त करेंगे और फिर उन्हें सुधारेंगे।
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