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भारत में Same Sex Marriage लीगल नहीं है, लेकिन इन मुस्लिम देशों मेंमिली है छूट

Same Sex Marriage

भारत में Same Sex Marriage को मान्यता देने की बहस फिलहाल समाप्त हो गई है। सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे विवाह को मान्यता देने से इनकार कर दिया और कहा कि संसद इसका निर्णय ले सकती है। इस मामले को लेकर पिछले कई वर्षों से विश्व भर में बहस चल रही है। दुनिया भर में कई देशों ने ऐसी तमाम शादियों को छूट दी है। जिनमें कई मुस्लिम देश शामिल हैं, जहां दो पुरुष या फिर दो महिलाएं शादी कर सकती हैं।

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कई देशों में समलैंगिक शादियों को छूट

दुनिया भर में कई देशों में Same Sex Marriage को छूट है। यानी यहां किसी भी व्यक्ति को शादी कर सकता है। वहीं, कुछ देशों ने इसे लेकर कानून बनाया है, और कुछ देशों में ऐसी शादियों पर पूरी तरह से पाबंदी है। उस लिस्ट में दस मुस्लिम देश भी शामिल हैं, जहां समलैंगिक शादियों की अनुमति है।

इन मुस्लिम देशों में दी गई है छूट

इन मुस्लिम देशों में Same Sex Marriage की अनुमति है, जैसे लेबनान। 2014 में न्यायालय ने समलैंगिकता को अपराध से बाहर कर दिया था। इसके अलावा, समलैंगिकों को कजाकिस्तान, माली, नाइजर, तुर्की, इंडोनेशिया, अल्बानिया, बहरीन, उत्तरी साइप्रस और अजरबैजान जैसे देशों में शादी करने का अधिकार है। लेकिन इनमें से कुछ देशों में समलैंगिक कपल को वे अधिकार नहीं मिलते हैं जो अन्य समलैंगिक कपल को मिलते हैं।

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सुप्रीम कोर्ट का फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भारत में Same Sex Marriage और ऐसे जोड़ों के विवाह को लेकर पिछले कई सालों से बहस जारी है। ऐसे कपल्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की कि उन्हें भी बाकी लोगों की तरह शादी करने का अधिकार दिया जाए. लंबी सुनवाई के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फैसला दिया। ऐसी शादियों को सुप्रीम कोर्ट ने मान्यता देने से इनकार कर दिया। सरकार के हलफनामों से भी स्पष्ट है कि वह इसके खिलाफ है, इसलिए संसद में इसे कानून बनाने की संभावना भी कम लगती है।

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