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Union Minister Piyush Goyal: एआई का अनैतिक उपयोग रोकने के लिए मजबूत नियामक की आवश्यकता

Union Minister Piyush Goyal ने कहा कि सरकार आधुनिक प्रौद्योगिकी और नवाचार को बढ़ाना चाहती है। उन्हें AI का गैरकानूनी उपयोग रोकने के लिए एक मजबूत नियामक ढांचा बनाने…

Union Minister Piyush Goyal ने कहा कि सरकार नवाचार और आधुनिक प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है।

आधुनिक प्रौद्योगिकी को प्रभावी ढंग से लागू करने और AI का गैरकानूनी उपयोग रोकने के लिए एक मजबूत नियामक ढांचा बनाना आवश्यक है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय आईपी मूट कोर्ट प्रतियोगिता- 2025 के उद्घाटन समारोह में यह बात कही। उन्हें लगता है कि नियामक ढांचा कानूनी और नीतिगत सहायता देगा।

Union Minister Piyush Goyal का कहना था कि AI और कॉपीराइट एक अनिश्चित भविष्य में हैं। हम कॉपीराइट को नियंत्रित कर सकते हैं और अपने फायदे के लिए AI का नैतिक रूप से उपयोग कर सकते हैं या कॉपीराइट सुरक्षा का उल्लंघन कर सकते हैं।

AI या तो रचनात्मकता को बढ़ाता है या वास्तविक नवप्रवर्तकों के लेखन और अधिकारों को बाधित करता है। इसलिए सरकार वर्तमान में आधुनिक प्रौद्योगिकी के नियमों में बदलाव करने के लिए विशेषज्ञों और युवा लोगों से सुझाव लेने का प्रयास कर रही है। इसके लिए बजट में सरकार ने 50,000 अटल टिंकरिंग लैब्स (एटीएल) की घोषणा की है। 20,000 करोड़ रुपये का अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (एएनआरएफ) फंड घोषित किया गया है। नवाचार को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप और उद्यमियों को 10,000 करोड़ रुपये का फंड ऑफ फंड का ऐलान किया है। क्योंकि सरकार का लक्ष्य नवाचार और नवीन प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना है।

पेटेंट, डिजाइन और ट्रेड मार्क्स महानियंत्रक (सीजीपीडीटीएम) कार्यालय अंतर्राष्ट्रीय संपत्ति अधिकार (आईपीआर) पर मूट कोर्ट प्रतियोगिता में चुने गए छात्रों को प्रायोजित करेगा। यह प्रतियोगिता का उद्देश्य प्रतिभागियों की वकालत की क्षमता को विकसित करना है; समसामयिक कानूनी मुद्दों पर काम करना; और बौद्धिक संपदा कानूनों, उनके प्रवर्तन और नवीनतम केस कानूनों को समझना है।

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