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हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र 27 अगस्त तक बढ़ा, मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस पर किया हमला

हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र 27 अगस्त तक बढ़ाया गया। मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस पर निशाना साधा, विपक्ष ने कानून व्यवस्था व अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है।

हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र 22 अगस्त से शुरू होकर अब 27 अगस्त तक चलेगा। यह फैसला विधानसभा की कार्य सलाहकार समिति (बीएसी) की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने की। बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, कई वरिष्ठ मंत्री और विपक्ष के नेता भी शामिल हुए।

बीएसी ने सत्र का समय बढ़ाने का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि सदन की कार्यवाही को प्रभावी और विस्तार से पूरा किया जाना है। इस दौरान विपक्ष को मुद्दे उठाने की पूरी आजादी दी जाएगी, जबकि सरकार के पास हर सवाल का जवाब देने का दावा है।

हरियाणा के राज्य मंत्री अनिल विज ने सत्र के पहले दिन कांग्रेस पर तीखा हमला किया। विज ने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी नहीं है, क्योंकि उसमें कोई भी किसी को नेता नहीं मानता और कोई एक-दूसरे की बात सुनता नहीं। यही कारण है कि कांग्रेस अभी तक विपक्षी नेता का चयन नहीं कर पाई है।

विपक्ष द्वारा सरकार को घेरने की तैयारी भी जोर-शोर से चल रही है। कांग्रेस ने ‘काम रोको’ प्रस्ताव लाने की घोषणा की है, जिसमें वे कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति, हत्याएं, रेप, रंगदारी जैसी समस्याओं को प्रमुखता से उठाएंगे। पूर्व स्पीकर अशोक अरोड़ा ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है और सरकार पर कड़ी नज़र रखेंगे।

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वहीं, इनेलो ने भी सरकार को लेकर 10 महत्वपूर्ण ध्यानाकर्षण प्रस्ताव विधानसभा में प्रस्तुत किए हैं। इनमें खाद की कमी, एसवाईएल नहर विवाद, सरकारी स्कूलों में शिक्षक कमी, बिजली दरों में वृद्धि, और आयुष्मान योजना के लाभार्थियों के इलाज जैसे मुद्दे शामिल हैं। इनेलो विधायक दल के नेता आदित्य देवीलाल और अर्जुन चौटाला इन मुद्दों पर सत्र में सवाल पूछेंगे।

डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्डा के अनुसार, अभी तक सत्र के लिए 30 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और कई विधेयक सूचीबद्ध किए जा चुके हैं। जिनमें पिछड़ा वर्ग आयोग की शक्तियों में वृद्धि, विधायकों के यात्रा भत्ते में बढ़ोतरी, जनविश्वास बिल और हरियाणा सिख गुरुद्वारा न्यायिक आयोग के विधेयक शामिल हो सकते हैं। प्रश्नकाल के लिए 60 विधायकों के प्रश्न भी सूचीबद्ध किए गए हैं।

इस सत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा विपक्ष के सवालों के जवाब देंगे। सैनी ने भाजपा विधायकों के साथ रणनीति भी पहले ही तय कर ली है।

इस बीच, कांग्रेस और इनेलो दोनों ही सरकार को कटघरे में लाने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं, जिससे विधानसभा का मानसून सत्र राजनीतिक रंगत से भरपूर रहेगा।

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