Gurugram News
दिल्ली से सटे साइबर सिटी Gurugram के न्यू पालम विहार में एक प्राइमरी निजी स्कूल और डे केयर में एक शिक्षक ने पिकनिक पर जय श्री राम का नारा लगाने पर उन्हें पिटाई कर दी, जिससे घर में हंगामा हुआ। छात्रों का दावा है कि उन्होंने एक व्यक्ति के साथ पिकनिक पर जय श्री राम का नारा लगाया था। उनके शिक्षक को यह नागवार गुजरी और उसने अपने विद्यार्थियों को पीटा। वहीं, छात्रों के परिजनों का आरोप है कि स्कूल में उनके बच्चों को बाइबल शिक्षा दी जाती है। इतना ही नहीं उन्हें हिंदू धर्म का विरोधी बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है. अगर बच्चे माथे पर तिलक लगाकर चले जाएं तो स्कूल शिक्षक तिलक को मिटा देंगे।
वास्तव में, पालम विहार ब्लॉक में निजी प्राइमरी स्कूल और डे केयर सेंटर है। बच्चों को स्कूल संचालक की तरफ से पिकनिक पर एक खेत में ले जाया गया। विद्यार्थियों का मानना था कि यहां उन्हें बैलगाड़ी पर घुमाया जा रहा था। जब वे बैठने से डर रहे थे, एक व्यक्ति ने कहा कि जय श्री राम का नारा लगाने से उन्हें डर नहीं लगेगा। विद्यार्थियों ने इस पर श्री राम का नारा लगाया। पिकनिक के दौरान ही उनके शिक्षक ने विद्यार्थियों की पिटाई कर दी। जब छात्रों ने अपने माता-पिता को बताया, तो अमित, हेमंत और अभय सिंह नामक छात्रों ने शिक्षक को फोन कर इसका विरोध भी किया। पिता आज स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया। पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। मौके पर पुलिस ने जांच शुरू की है।
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बच्चों को पढ़ाई जा रही है क्रिश्चियन सभ्यता
वहीं, एक महिला आरती ने बताया कि उनके बच्चे पिछले साल भी इसी स्कूल में पढ़ते थे, लेकिन स्कूल में हिंदुओं को बदनाम करने के कारण उन्होंने उन्हें निकाल दिया। बीच सेशन में ही बच्चों का नाम स्कूल से कटवा दिया गया, इससे उनके बच्चे स्कूल में भी नहीं पढ़ पाए। बाद में उन्होंने अपने बच्चों को एक और स्कूल में दाखिला दिलाया। आयुष्मान को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने धर्म परिवर्तन के बारे में बताया। क्रिश्चियन सभ्यता बच्चों को शुरू से ही पढ़ाई जा रही है क्योंकि बच्चों के दिमाग में जो कुछ डाला जाएगा, वह बड़े होकर उसी से सीखेगा।
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स्कूल संचालक ने दिया आरोपों का जवाब
वहीं मामले में स्कूल संचालक राज नंदन ने शिक्षक और स्कूल पर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। उनका कहना था कि उनके स्कूल में ऐसे कार्यक्रम नहीं होते। वह शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन पर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते रहे। इस दौरान स्कूल संचालक ने कहा कि हम बच्चों से क्रिश्चियन सभ्यता का पाठ नहीं करते और हम बच्चों पर कभी जबरदस्ती नहीं करते कि वे कुछ भी करें। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई और इस मामले में फिलहाल परिजनों ने पुलिस को भी शिकायत दे दी है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। देखना होगा कि पुलिस अब मामले में किस तरह की कार्रवाई करती है।
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