धर्म

Valentine’s Day 2024: ये तीन सूत्र शिवजी ने पार्वती को प्रेम की सही परिभाषा और मजबूत संबंध बताए

Valentine’s Day 2024

Valentine’s Day 2024: हिंदू देवताओं में मां पार्वती और शिवजी की जोड़ी प्रेम, सम्मान, समर्पण और त्याग का प्रतीक है। जो एक मजबूत संबंध और असली प्रेम का प्रतीक है।

वैलेंटाइन डे, वैलेंटाइन वीक, यानी 7 फरवरी से 14 फरवरी तक मनाया जाता है, प्रेमी-प्रेमिकाओं, नवविवाहितों और पति-पत्नी के लिए एक अत्यंत विशिष्ट अवधि है। प्रेम हर किसी के जीवन में बहुत मायने रखता है क्योंकि प्रेम की एक खास भूमिका होती है जो एक रिश्ते को मजबूत बनाए रखती है।

लेकिन आप प्रेम की सही व्याख्या नहीं जानते, तो आपके प्रेमी के साथ जीवन सुखद या मजबूत नहीं हो सकता। प्रेम की परकाष्ठा करने के लिए एक विशिष्ट दिन की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन इसके सही अर्थ को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। हिंदू धर्म में भगवान और मां पार्वती का वैवाहिक जीवन भी असली प्रेम का प्रतीक है। इसलिए, नवविवाहितों से लेकर विवाहितों तक सभी शिव-पार्वती की पूजा करते हैं, ताकि उनके जीवन में प्रेम कायम रहे।

मां पार्वती अक्सर शिवजी से अपनी जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए प्रश्न करती थीं। उसने प्रेम के बारे में एक बार पूछा। उन लोगों ने शिवजी से प्रेम का अर्थ और रहस्य पूछा। प्रेम का असली अर्थ क्या है? महादेव ने माँ पार्वती को प्रेम का अर्थ बताया। तुमने तो प्रेम के कई रूप दिखाए हैं और अपने आप से प्रेम की कई अनुभूतियां दी हैं।

शिव ने बताई सच्चे प्रेम की परिभाषा (Love Lessons)

सती के रूप में प्राण त्यागकर जब तुम मुझसे दूर चली गई थी, तब मेरा जीवन, संसार, दायित्व सब निराधार हो गया था. तुम्हारे अभाव में मेरे अधूरेपन की अति से इस सृष्टि का अपूर्ण होना ही ‘प्रेम’ है.

तुम्हारे और मेरे पुनर्मिलन के लिए इस ब्रह्मांड का हर संभव प्रयास करना ही ‘प्रेम’ है.

पार्वती के रूप में तुम्हारा पुनर्जन्म लेकर मुझे एकांत और वैराग्य से बाहर निकालना ही ‘प्रेम’ हैं.

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मजबूत रिश्ते के 3 सूत्र

प्रशंसा करना न छोड़ें: रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए पार्टनर की छोटी-छोटी चीजों पर की गई प्रशंसा से मनोबल बढ़ता है और यह आपसी प्रशंसा से आपके रिश्ते को मजबूत करने का काम करती है. इससे रिश्ते में प्यार भी बढ़ता है.
बातों को साझा करें: जीवनसाथी को एक-दूसरे के साथ हर बात को साझा करना चाहिए. इससे आप एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जान पाते हैं और जिसके साथ आप अपनी बातों को साझा करते हैं, उसके साथ आपका रिश्ता भी उतना ही गहरा होता है.
प्रेम की मर्यादा को समझें: हर रिश्ते की एक मर्यादा होती है. इसी तरह प्रेमी जीवन और वैवाहिक जीवन की भी कुछ मर्यादा होती है. इस रिश्ते में उम्र का फासला भले कुछ भी हो, लेकिन कोई छोटा या बड़ा नहीं होता. इस बात को हमेशा याद रखें कि इस रिश्ते में आपके द्वारा अपनाया गया गलत आचरण रिश्ते की डोर को कमजोर कर सकता है. इसलिए मर्यादा में रहकर सहजता के साथ अपने रिश्ते मेंअपनापन लाएं.

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