कौन है Sheikh Shahjahan? जिसके अत्याचार और आतंक से बंगाल बेहाल है? जानें
कौन है Sheikh Shahjahan?
पश्चिम बंगाल की राजनीति ने संदेशखाली में महिलाओं पर गंभीर आरोपों के बाद से हड़कंप मचाया है। इसमें Sheikh Shahjahan का नाम भी है।
पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले का संदेशखाली इन दिनों बहुत चर्चा में है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के इस विधानसभा क्षेत्र के नेताओं पर महिलाओं के साथ उत्पीड़न और शोषण का आरोप लगा है, जिससे इस क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया है।
जनवरी में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने स्थानीय टीएमसी नेता Sheikh Shahjahan के घर पर छापेमारी की, जिसमें केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम पर भीड़ ने हमला किया। बाद में स्थानीय महिलाओं ने शेख शाहजहां समेत टीएमसी नेताओं पर यौन उत्पीड़न और शोषण का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
Sheikh Shahjahan को लेकर बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने
ED की छापेमारी के बाद शेख शाहजहां को गिरफ्तारी से बचने में सफलता मिली, लेकिन उसके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर यौन उत्पीड़न तक कई अपराधों का आरोप लगाया गया है। राज्य में इस मामले को लेकर राजनीति भी चरम पर है। टीएमसी ने बीजेपी पर शेख शाहजहां को बचाने का आरोप लगाया है, वहीं बीजेपी ने बंगाल में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है।
कौन है Sheikh Shahjahan?
1. जिस 42 साल के Sheikh Shahjahan को लेकर राज्य की राजनीति गरमाई हुई है उसने बांग्लादेश की सीमा से सटे संदेशखाली ब्लॉक में मछली पालन और ईंट भट्टों पर काम करके से अपनी शुरुआत की थी और आज उसे भाई के नाम से जाना जाता है. वो अपने 4 भाई बहनों में सबसे बड़ा है.
2. शेख शाहजहां जब ईंट भट्टों पर काम करता था तब उसने यूनियन के नेता के रूप में राजनीति में कदम रखा और बाद में सीपीआईएम में शामिल हो गया. अपने उग्र भाषणों के लिए जाने वाले शेख ने साल 2012 में टीएमसी का दामन थाम लिया.
3. इसके बाद Sheikh Shahjahan ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. तत्कालीन टीएमसी राष्ट्रीय महासचिव मुकुल रॉय और उत्तर 24 परगना टीएमसी जिला अध्यक्ष ज्योतिप्रियो मलिक के नेतृत्व में काम किया. वह जल्द ही सत्ता में आ गया और मुलिक का करीबी सहयोगी बन गया.
4. 2018 में शेख को सरबेरिया अग्रघाटी ग्राम पंचायत के उप प्रमुख के रूप में प्रसिद्धि मिली. उसका छोटा भाई भी टीएमसी कार्यकर्ता है और उसके लैंड डील सहित कई और बिजनेस देखता है.
5. समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से एक स्थानीय टीएमसी नेता ने बताया कि शेख का अपने इलाके में सम्मान और भय दोनों हैं. कुछ लोगों के लिए, वह एक मसीहा है और अपने विरोधियों के लिए वह एक आतंक है. उसकी इलाके में रॉबिन हुड की छवि है.
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