CM Nayab Singh Saini: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चुनावी मौसम में एक बार फिर से अपने कार्यकर्ताओं को उत्साहित किया है।
CM Nayab Singh Saini: आपको बता दें कि पार्टी कार्यकर्ताओं में नायब सिंह सैनी के सीएम बनने से ही नया उत्साह और उर्जा दिखाई दे रहा है। लोकसभा चुनावों के बाद अधिकांश पार्टी कार्यकर्ता फिर से काम पर आ गए हैं। बीजेपी (BJP) का मानना है कि केडरबेस पार्टी होने के नाते कुछ कार्यकर्ता रूठ हो सकते हैं लेकिन अपना रास्ता नहीं बदल सकते। वैसे भी कार्यकर्ताओं की एकजुटता चुनावों में संजीवनी की तरह काम करती है।
CM नायब सिंह सैनी ने अग्निवीरों को हाल ही में जो तोहफा दिए हैं, उससे सेना ही नहीं युवाओं का मनोबल भी बढ़ा है। मुख्यमंत्री सैनी ने कच्चे सरकारी कर्मियों के वेतन में बढ़ोत्तरी, सरपंचो का मानदेय दोगुना करने, गरीबों को मुफ्त प्लाट देने, गरीबों को मुफ्त बस यात्रा का हैप्पी कार्ड देने और बिना खर्ची पर्ची के हजारों पक्की नौकरियाँ देने की जो शुरुआत की है, आम आदमी बीजेपी के साथ आता दिखाई दे रहा है।
अभी आने वाली और लाभकारी योजना
महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की तरह हरियाणा में भी लाडला भाई और लाडली बहना योजनाएं आनी बाकी हैं। महारष्ट्र सरकार ने इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए लाडला भाई कार्यक्रम शुरू किया है। बारहवीं पास करने वाले प्रत्येक युवा को छह हजार रुपये, डिप्लोमाधारी को आठ हजार रुपये और स्नातक को दस हजार रुपये मिलेंगे। अगले तीन महीने में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए नायब सैनी कुछ बड़े बयान कर उन्हें जमीन पर उतार सकते हैं। हरियाणा में बेरोजगारों की भी संख्या है। लाडला भाई जैसी योजना भी लाई जा सकती है। प्रदेश की आधी आबादी की जेब भी भारी करना भी जरूरी है।
आपको बता दें कि सीएम नायब सैनी को पार्टी में एक कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के रूप में जाना जाता है क्योंकि वे शांत और मिलनसार हैं। माना जाता है कि अगर सैनी ने जनहित में महत्वपूर्ण निर्णय लेने का क्रम जारी रखा तो राज्य में बीजेपी की फिर से सरकार बनने से कोई रोक नहीं पाएगा। अब आम लोगों को उनके दरवाजे पर दस्तक देने में कोई परेशानी नहीं होती। वह अपने कर्मचारियों को यह भरोसा दिलाने में कामयाब हो रहे हैं कि वे उनके लिए सब कुछ हैं।
पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और पूर्व प्रधानमंत्री मनोहर लाल ने लगभग साढ़े नौ साल तक बूथ स्तर तक पार्टी के संगठन को इतना मजबूत किया है कि विपक्ष भी उसका लोहा मानने लगा।
सीएम नायब सिंह सैनी ने सभी का ध्यान रखा
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य के सभी दस सीटों पर जीत हासिल की थी और पांच साल की एंटी-इनकम्बेंसी के बाद राज्य में बीजेपी की सरकार बनी। बीजेपी को 2024 के लोकसभा चुनाव में पांच सीटें गंवानी पड़ी क्योंकि किसानों की नाराज़गी, कांग्रेस का आरक्षण खत्म करने का प्रचार और पन्ना प्रमुखों की निष्क्रियता प्रमुख कारक थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद, नायब सैनी ने सबसे बड़ा काम किया कि अफसरशाही पर नकेल कसी जाएगी. उन्होंने कुछ वरिष्ठ अफसरों पर पूरा भरोसा किया और उन्हें फ्रीहेंड दिया, जो बीते कई सालों से सरकार को हर मुश्किल से निकालकर उसके लिए संकटमोचक साबित होते रहे हैं।